चुनावों से ठीक पहले लोगों ने लिया ऐसा निर्णय! कि कांप गए सब…
चुनावों से ठीक पहले विदेश मंत्री के क्षेत्र के लोगों ने लिया ऐसा निर्णय! कि कांप गए सब…
रायसेन। केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमास्वराज के चुनावी क्षेत्र के लोगों ने एक ऐसा अजब निर्णय लिया है कि इसे सुनने के साथ ही क्षेत्र से जुड़े कई राजनैतिक लोगों के हाथ पांव फूल गए हैं। समस्याओं से परेशान इन लोगों के इस एक निर्णय से जहां एक ओर भोपाल तक हड़कंप मच गया है, वहीं प्रशासन तक को सोचने पर मजबूर कर दिया है। वहीं इस निर्णय की बात सामने आते ही नगरपालिका तक हरकत में आती दिख रही है।
शिकायत पर भी नहीं होता समाधान… पहले चुनाव में वोटों के लिए आपके सामने आकर विनती करना और फिर जीत के बाद या तो जिले में नजर ही नहीं आना या आना भी तो आपकी समस्याओं के समाधान की अनदेखी करना। जनप्रतिनिधियों को लेकर ये राय आज आम हो चुकी है।
ऐसे में अपनी समस्याओं के समाधान के लिए लोग कई बार राजधानी तक के चक्कर लगाने को मजबूर हो जाते हैं। लेकिन इसके बावजूद कई बार इनकी समस्याओं का निदान नहीं हो पाता है।
इसी तरह की समस्या के चलते मध्यप्रदेश के एक गांव के रहवासियों ने जनप्रतिनिधियों को सबक सीखाने की ठान ली है। जिसके चलते इन ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि जब तक इनके गांव की सड़क नहीं बन जाती तब तक ये सड़क नहीं तो वोट नहीं के हिसाब से चलेंगे।
ये है मामला… दरअसल हम बात कर रहे हैं रायसेन के पीपलखेड़ा की। यह क्षेत्र आता तो नगरपालिका परिषद रायसेन के सीमा क्षेत्र वार्ड एक नरापुरा वार्ड के शहरी क्षेत्र में है। लेकिन इसके बावजूद इन्हें कोई सुविधा मुहैया नहीं कराए जाने से क्षेत्र के लोग राजनेताओं से नाराज बने हुए हैं।
यहां तक की पीपलखेड़ा जाने के लिए सड़क तक नहीं है। क्षेत्र वासियों का कहना है कि कई बार इस संबंध में शिकायत किए जाने के बावजूद उनकी इस समस्या का अब तक कोई निवारण नहीं किया गया है।
ये लिया खास निर्णय… इसी के चलते पीपलखेड़ावासियों ने सोमवार को दोपहर गांव की चौपाल में सर्व सम्मति से एक खास निर्णय लिया। इसमें कहा गया कि जब तक यहां सड़क नहीं बनेगी तब तक हम तो वोट नहीं देंगे।यानि सड़क नहीं तो हम आगामी विधानसभा,नगरपालिका चुनाव में प्रत्याशियों को मतदान में मतदान नहीं करेंगे।
एक दशक पूराना वादा अब तक नहीं हुआ पूरा… दरअसल पीपलखेड़ा नगरपालिका परिषद रायसेन के सीमा क्षेत्र वार्ड एक नरापुरा वार्ड के शहरी क्षेत्र में आता है। लगभग एक दशक पूर्व तत्कलीन नगर पालिका अध्यक्ष राजकुमार यादव ने पीपलखेड़ा पहुंचकर वर्ष 2008 में करीब आधा किलोमीटर सीमेंट-कांक्रीट सड़क मंजूर कर जल्द निर्माण कराने का वादा लोगों से किया था। तब से लेकर अब तक दो नगरपालिका अध्यक्षों का कार्यकाल अस्तित्व में आ चुका है,लेकिन एक दशक गुजर जाने के बाद भी पीपलखेड़ा में सड़क निर्माण नहीं हो सका है।
स्कूल तक कैसे जाएं बच्चे… सड़क निर्माण नहीं होने के कारण स्कूली बच्चों को स्कूल तक एप्रोच रोड के अभाव में घुटनों कीचड़ से होकर रोजाना घर से प्राइमरी स्कूल आने-जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।कहने को तो पीपलखेड़ा गांव का क्षेत्र शहरी क्षेत्र में आता है।लेकिन उन्हें बुनियादी सुविधाएं गांव से भी बदतर मिल रही हैं।
इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व में वर्तमान में सांची विस क्षेत्र के एक कैबिनेट मंत्री,प्रभारी मंत्री सूर्यप्रकाश मीणा सहित केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमास्वराज सहित नपाध्यक्ष जमनासेन करते हैं। मंचों व सभाओं में जहां इन दिनों केंद्र व प्रदेश सरकार के मंत्रियों, नेताओं द्वारा विकास कराए जाने व सड़कों का जाल गांव से लेकर शहरों तक बिछाने के दावे किए जा रहे हैं। वहीं खुद विदेश मंत्री के चुनावी क्षेत्र के पीपलखेड़ा में सड़क दशकों बाद भी नहीं बन सकी है।
खेत से जाते थे स्कूल पर अब वो रास्ता भी बंद… पीपलखेड़ा में किसान विजय सिंह ठाकुर की 24.96 एकड़ जमीन निजी है। फिलहाल इस किसान की जमीन के खेत से ही प्रतिदिन छात्र-छात्राएं स्कूल का सफर तय करते थे, लेकिन वर्तमान में किसान विजयसिंह ने धान की रोपाई के लिए खेत में गढ़े तैयार करवा लिए हैं।
इसके अलावा फलदार पौधों की रोपाई भी खेत की मेड़ पर करवा दी है। ऐसे में खेत में खेती को बचाने की मजबूरी के चलते किसान विजय सिंह ने सोमवार को सुबह बागड़ लगा कर स्कूली छात्रों का रास्ता रोक दिया है। ऐसी स्थिति में अब शिक्षकों व छात्रोंं को प्रतिदिन जंगल वाले कीचड़ से सने रास्ते से ही आना जाना पड़ेगा।
अब लिया ये फैसला… पीपलखेड़ा में सीसी सड़क नहीं बनने से नाराज ग्रामीणों ने आगामी विधानसभा चुनाव 2018 और नगरपालिका परिषद के चुनाव में मतदान नहीं करने का फैसला कर लिया है। उनका कहना है कि हमकों शहरी क्षेत्र से तो जोड़ लिया गया है, लेकिन बरसों बाद भी उन्हें गांव से बद्तर मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
वार्ड 1 पीपलखेड़ा रायसेन में बिजली भी मौजूद नहीं है। पीपलखेड़ा निवासी बताते है कि कि तत्कालीन नपाध्यक्ष राजकुमार यादव द्वारा वर्ष 2008 में पीपलखेड़ा से करीब आधा किमी किलोमीटर सड़क निर्माण कराए जाने की स्वीकृती दी थी,लेकिन सालों बाद भी सीसी सड़क का निर्माण नहीं हो सका है।
अगर यह आधा किलोमीटर सीसी सड़क भी पीपलखेड़ा से बायपास तक बन जाएगी। तो ग्रामीणों सहित स्कूली छात्रों का आवागमन सुचारू हो जाएगा। ये हैं मुख्य समस्याएं… – पीपलखेड़ा में कई छात्राएं आगे पढ़ाई की इच्छा होने के बावजूद सड़क आदि समस्याओं के चलते पांचवीं पास होने के बाद पढ़ाई छोड़कर घर बैठ जाती हैं। – यहां सालों बाद भी न तो बिजली मिली है और न डेढ किमी की स्वीकृत सीसी रोड बन सका। ऐसे में ग्रामीणजन घुटनों तक कीचड़ से ही आना जाना करना पड़ता हे।
क्षेत्रवासियों का आरोप है कि अभी कुछ ही समय पहले उन्होंने कलेक्टर की जनसुनवाई कार्यक्रम, नपाध्यक्ष जमनासेन, नपा सीएमओ ज्योति सुनेरे को आवेदन देकर सड़क समस्या से अवगत कराया, लेकिन इसके बावजूद इन जिम्मेदारों ने भी उन्हें सिर्फ कोरे आश्वासन ही दिए हैं।
पीपलखेड़ा में आधा किमी की सीसी सड़क का निर्माण जल्द करवा दिया जाएगा। इस्टीमेट तैयार कर पीआईसी की बैठक में सड़क की मंजूरी दिलाकर काम कराया जाएगा। टेंडर बुलाकर रास्ते की कुछ अड़चनें चट्टानों को भी पहले तुड़वाकर रास्ता साफ कराया जाएगा। – जमनासेन,नपाध्यक्ष रायसेन