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कोतवाली में खड़े हैं हेल्थ यूनिट

locationरायसेनPublished: Aug 14, 2018 10:01:07 am

प्रदेश सहित जिले में भी बेहतर चिकित्सा सेवाएं मिलना दूर की बात हो गई है। जिले के स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र बदहाली में हैं।

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रायसेन. प्रदेश सहित जिले में भी बेहतर चिकित्सा सेवाएं मिलना दूर की बात हो गई है। जिले के स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र बदहाली में हैं। वहीं मोबाइल हेल्थ यूनिट से मदद मिलना भी स्वप्न सा हो गया है। दरअसल गांव-गांव घूम कर लोगों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए संचालित दीनदयाल चलित अस्पताल सिर्फ कागजों में चल रहे हैं। वैसे जिले में तीन मोबाइल हेल्थ वाहन मंजूर हुए हैं, लेकिन एक मोबाइल हेल्थ यूनिट का वाहन ज्यादातर समय कोतवाली थाना परिसर में ही खड़ा रहता है। इस वाहन से गांवों के मरीजों को चिकित्सा सुविधा मुहैया नहीं हो पा रही है। इस तरह जिले के यह वाहन कागजों में ही चलाए जा रहे हैं।

लाखों रुपए खर्च कर गांवों में ही लोगों को मोबाइल हेल्थ वाहन के जरिए चिकित्सा सेवाएं देने सरकार ने इस महत्वाकांक्षी योजना को अंजाम दिया है। मगर हकीकत ये है कि सरकार की यह योजना गांव के लोगों तक नहीं पहुंच पा रही है। हर माह एक वाहन को एक लाख ४१ हजार रुपए का भुगतान किया जाता है। बावजूद इसके जिला स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा बिना देखे समझें बिलों को पास कर भुगतान कर दिया जाता है। दरअसल मध्यप्रदेश के चयनित ९२ ब्लॉकों में वर्ष २००६ से यह दीनदयाल चलित अस्पताल का शुभारंभ किया गया था। रायसेन जिले के तीन ब्लॉकों में यह ३ मोबाइल हेल्थ यूनिट वाहन उपलब्ध कराए गए थे।

गौरतलब है कि लगातार आ रहीं शिकायतों के बाद स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा मार्च २०१८ में इसे बंद करने का निर्णय लिया था। मगर अप्रैल से फिर से चालू कर दिए गए।

वर्क प्लान तैयार नहीं होता
वैसे तो इस योजना के संचालन के संबंध मेंं वर्क प्लान का होना अनिवार्य किया गया है। एक महीने का टूर प्लान करने के बाद यूनिट को प्लान के अनुसार भ्रमण पर जाना चाहिए। मगर ब्लॉकों में किसी तरह का वर्क प्लान तैयार नहीं किया जाता।

हां बड़े आयोजनों मुख्यमंत्री के आगमन या फिर सांसद, मंत्रियों के किसी बड़े कार्यक्रम में यह वाहन जरूर दिखाई देते हैं।

मोबाइल यूनिट एक बार ही आती है गांव
भरोसेमंद सूत्रों से पता चला है कि ये मोबाइल हेल्थ यूनिट महीने मेें एक बार ही गांवों के भ्रमण पर जाती हैं। बाकी समय कागजों में ही भ्रमण और मरीजों की जांच के आंकड़े तैयार होते हैं। जबकि हर दिन गांव में पहुंचकर ७५ मरीजों की जांच और दवा देने का लक्ष्य दिया गया है। ऐसा नहीं पाया जाए तो नियम अनुसार १० रुपए प्रति मरीज की दर से भुगतान में कटौती करने का प्रावधान है।

हेल्थ यूनिट में सुविधाएं
दवाईयों का वितरण एवं टीकाकरण कराना। महिलाओं का प्रसव पूर्व परीक्षण और टीकाकरण कराना एवं सुरक्षित तरीके से प्रसव कराना। मलेरिया एवं रक्त पट्टी की जांच कराना व उनका संग्रहण कराना है। इसके अलावा शासन की स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं को व्यापक प्रचार प्रसार करना, चिकित्सकीय परामर्श देना, प्राथमिक उपचार करना, परिवार नियोजन के बारे में जानकारी देना।

जिले में तीन मोबाइल हेल्थ यूनिट वाहन चलाए जा रहे हैं।

इन वाहनों के जरिए गांवों में डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा चिकित्सकीय परामर्श देना, गर्भवती महिलाओं, बच्चों को टीकाकरण आदि दिया जाता है। हर महीने इनकी रिपोर्ट, इलाज के रिकार्ड के आधार पर भी भुगतान किया जाता है।
डॉ. दिलीप कटैलिया, सीएमएचओ रायसेन

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