लोग पानी के लिए परेशान हैं और नपा में कोई जिम्मेदार नहीं है जो इन व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर सके। जल प्रभारी स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए हर दिन हर वार्ड में जल सप्लाई की बात कह रहे हैं। जबकि स्थिति बता रही है कि सबकुछ नियंत्रण में नहीं है। साफ जाहिर है कि शहर में सामान्य दिनों में भी बेतवा के माना प्लांट और हलाली से पानी आने के बाद पूरे शहर में नियमित जल सप्लाई हो पाता है। इधर लगभग तीन माह से माना फिल्टर से पानी नहीं मिल रहा है। शहर से माना तक सड़क निर्माण के चलते पाइपलाइन बदली जा रही है। ऐसे में भीषण गर्मी में केवल हलाली से जल सप्लाई का नपा का दावा खोखला ही है।
संकट की स्थिति में भी नपा ने कोई वैकल्पिक इंतजाम नहीं किए हैं। इस कारण नगर के आमजन को इस भीषण गर्मी में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पानी के इंतजाम करने की होड़ में लोग आपसी विवाद करने से भी नहीं चूकते हैं। यही नहीं पानी के लिए छोटे बच्चों का भी पानी ढोने के काम में लगा दिया जाता है। इस समस्या के लिए नपा को गर्मी से पहले से ही वैकल्पिक इंतजाम करना चाहिए था, ताकि नगर की कॉलोनियों और गरीब वर्ग को आसानी से पेयजल उपलब्ध कराया जा सके। नपा को जलसंयंत्रों की मरम्मत का काम गर्मी के पहले से ही करना चाहिए ताकि पाइपलाइन दुरुस्त रहे और जलप्रदाय बराबर हो सके।
-अभिषेक मालवीय, जल प्रभारी नगर पालिका।