गांवों में पहुंचकर टीम के सदस्य करेंगे टीबी के मरीजों की खोज
राज्य क्षय कार्यालय द्वारा सैंपल टेस्टिंग एवं ट्रांसपोर्टेशन कार्य के लिए मोबाइल डायग्नोस्टिक वैन।
मोबाइल डायग्नोस्टिक वैन एवं टीम के सदस्यों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए कलेक्टर एवं जनपद अध्यक्ष।
रायसेन
Published: February 20, 2022 05:43:01 pm
रायसेन. राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत रायसेन जिले का चयन ब्रॉन्ज कैटेगरी में टीबी मुक्त भारत अन्तर्गत टीबी फ्री सर्टिफिकेशन के लिए
सेंट्रल टीबी डिवीजन द्वारा किया गया है। गौरतलब हो कि यह उपलब्धि जिले में वर्ष 2015 से टीबी मरीजों की संख्या में 20 प्रतिशत की कमी आने पर मिली है। क्लेम सर्टिफिकेशन के लिए सीटीडी टीम द्वारा रैंडम आधार पर ग्रामों का चयन किया है। इन गांवो में सर्वे स्वयंसेवी टीमों के माध्यम से किया जाना है। जिसके लिए जिले में 15 टीम का गठन किया गया और प्रत्येक टीम में दो सदस्य होंगे। डॉ. प्रीतिबाला ने बताया कि सभी 15 टीम के सदस्यों द्वारा मोबाइल पर ऐप के माध्यम से सर्वे किया जाएगा। टीबी के संभावित मरीजों की जांच उसी दिन की जा सके इसके लिए आपरेशन आशा स्टाफ द्वारा सैंपल ट्रांसपोर्ट कार्य किया जाएग। प्रत्येक टीम को चिन्हित ग्रामों से दो मरीज खोजने का लक्ष्य दिया गया है। इस दौरान टीम के सदस्यों को सीएमएचओ डॉ. दिनेश खत्री ने आवश्यक जानकारी देकर मरीजों की पहचान एवं उनका पर्याप्त उपचार करने के निर्देश मैदानी अमले को दिए।
रथ को हरी झंडी दिखाई
इन टीमों को सांची जनपद अध्यक्ष एस मुनियन एवं कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे द्वारा रायसेन वन परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। साथ ही सैंपल टेस्टिंग एवं ट्रांसपोर्टेशन कार्य के लिए राज्य क्षय कार्यालय द्वारा जिले को प्रदान की गई मोबाइल डायग्नोस्टिक वैन का भी कलेक्टर दुबे एवं जनपद अध्यक्ष द्वारा शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ पीसी शर्मा, सीएमएचओ डॉ. दिनेश खत्री, जिला क्षय अधिकारी डॉ. प्रीति बाला, जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आरती गंगवार सहित एनटीईपी स्टॉफ उपस्थित रहा।

गांवों में पहुंचकर टीम के सदस्य करेंगे टीबी के मरीजों की खोज
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