scriptनिकाय चुनाव 2022 प्रत्याशियों की दस्तक से बढ़ा शोरगुल, निष्कासन से तेज होगी बागियों की धार | The edge of the rebels will be sharpened by the expulsion | Patrika News

निकाय चुनाव 2022 प्रत्याशियों की दस्तक से बढ़ा शोरगुल, निष्कासन से तेज होगी बागियों की धार

locationरायसेनPublished: Jul 04, 2022 12:10:03 pm

– बागी पार्टी को ये कितना नुकसान पहुंचाएंगे यह तो परिणाम के बाद ही पता चलेगा
– ऑटो पर लगे लाउडस्पीकर से चारो तरह चुनावी शोरगुल सुनाई दे रहा है।
– राजनीतिक दलों ने नहीं जारी किए घोषणा पत्र

jabalpur municipal corporation

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रायसेन (मंडीदीप)। आद्यौगिक शहर में छठवीं परिषद के लिए हो रहे निकाय चुनाव का रंग घीरे-धीरे चढने लगा है। ऑटो पर लगे लाउडस्पीकर से चारों तरह चुनावी शोरगुल सुनाई दे रहा है, वहीं चुनाव प्रचार के पहले दौर में प्रत्याशी मददाताओं के घर-घर जाकर अपने पक्ष में महौल बना रहे हैं।

नगर का दिल कहे जाने मंगल बाजार में रविवार को भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पाटी सहित निर्दलीय प्रत्याशियों ने कार्यकर्ताओं के साथ रिमझिम बारिश के बीच रैली निकालकर अपने लिए समर्थन मांगा। नपा के 26 वार्डो में पार्षद पद के लिए हो रहे चुनाव में इस बार भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित 87 निर्दलयीय प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। शहर में इसके लिए 13 जुलाई को मतदान संंपन्न होगा।

राजनीतिक दलों ने नहीं जारी किए घोषणा पत्र
निकाय के लिए चुनाव प्रचार पूरी तरह से जोर पकड़ चुका हैं, लेकिन प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा कांग्रेस ने अब तक अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी नहीं किया है जबकि मतदान में महज 10 दिन शेष रहे गए हैं। वहीं आम आदमी पार्टी और निर्दलीय प्रत्याशी विकास- भ्रष्टाचार खत्म करने के मुद्दे पर लोगों से अपने-अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं।

निष्कासन के बाद और तेज होगी बागियों की धार
भाजपा के अधिकृत प्रत्याशियों के विरोध में बागी के रूप में निकाय चुनावों में मैदान में डटे कार्यकर्ताओं को या उनका सहयोग कर रहे कार्यकर्ताओं को अंतत पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। अपनी ही पार्टी को ये कितना नुकसान पहुंचाएंगे यह तो परिणाम के बाद ही पता चलेगा, लेकिन वर्तमान स्थिति बता रही है कि बागी केवल बागी नहीं, मजबूती से और जीतने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।

दो वार्डो में बागी मजबूत स्थिति में
रायसेन के बाद सबसे अधिक चार बागियों का निष्कासन मंडीदीप में हुआ है। इनमें दो बागी पार्टी के प्रत्याशियों के लिए नुकसान का कारण बन सकते हैं। वार्ड 4 से बागी मंडल मंत्री मनोज प्रजापति खुद एक बार और एक बार उनकी मां पार्षद रह चुकी हैं। इस बार भी इनको पार्टी ने पहले प्रत्याशी घोषित कर बी फार्म भी जारी कर दिया था, लेकिन अंतिम समय में उनका टिकट केंसिल कर दिया।

वहीं वार्ड 11 से हेमंत राज सक्सेना अपनी मां अरुणा प्रमोद सक्सेना के लिए मैदान में हैं। इस वार्ड में एचइजी के कर्मचारी बड़ी संख्या में रहते हैं, सक्सेना के पिता भी एचइजी में रहे हैं, उनका कोरोना से निधन हो गया था। अजा मोर्चा के कार्यकारिणी सदस्य खूबचंद राठोर वार्ड 18 से तथा पूर्व पार्षद राजकुमार दीवान वार्ड दस से बागी के रूप में मैदान में हैं।

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