scriptसांगली से लौटी जमात में शामिल था संदिग्ध, सेंपल जांच के लिए भेजा | The suspect was involved in the Jamaat returned from Sangli | Patrika News

सांगली से लौटी जमात में शामिल था संदिग्ध, सेंपल जांच के लिए भेजा

locationरायसेनPublished: Apr 03, 2020 11:51:56 pm

गुजरात के एक मदरसे से वापस लौटे कुछ छात्रों की जांच जिला अस्पताल में की गई है

सांगली से लौटी जमात में शामिल था संदिग्ध, सेंपल जांच के लिए भेजा

सांगली से लौटी जमात में शामिल था संदिग्ध, सेंपल जांच के लिए भेजा

रायसेन/गैरतगंज. कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच जिले के गैरतगंज नगर में महाराष्ट्र के सांगली से लौटी जमात में एक संदिग्ध मरीज मिला हैं, जिसके सेंपल लेकर जांच के लिए भोपाल के एम्स अस्पताल भेजे गए हैं। इसी तरह गुजरात के एक मदरसे से वापस लौटे कुछ छात्रों की जांच जिला अस्पताल में की गई है। इसके पहले भी गैरतगंज क्षेत्र में दो संदिग्धों की जांच कराई जा चुकी है, जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। फिलहाल कोरोना संदिग्ध दोनों लोगों, जिनमें एक पुरुष और एक महिला शामिल हैं, को क्वारेंटाइन में रखा गया है। उधर प्रशासन द्वारा लगातार स्थिति पर निगाह रखी जा रही है तथा नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में जागरुकता का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। सांगली महाराष्ट्र से वापस लौटी जमात में शामिल युवक के सेंपल लिए गए हंै। वहीं एक महिला की भी संदिग्ध के रूप में पहचान हुई है। प्रशासन ने उसके सेंपल भी जांच के लिए एम्स भेजे हैं, इनको अलग-अलग क्वारेंटाइन किया है। उधर प्रशासन लगातार लॉकडाउन के बीच स्थिति पर निगाह रखे हुए है तथा बाहर से आने जाने वालों की पूरी पड़ताल कर उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है।
गुजरात के मदरसों से आए छात्रों की स्क्रीनिंग
गुजरात के मदरसे से आए रायसेन के पांच छात्रों में कोरोना संक्रमण के चलते शुक्रवार को दोपहर जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में बने आइसोलेशन स्क्रीनिंग इमरजेंसी वार्ड में जांच के लिए स्वास्थ्य अमला लेकर पहुंचा। बताया जा रहा है कि शहर के हटोर मोहल्ला, पुरानी तहसील मोहल्ले के यह पांचों छात्र उर्दू के तालीमी मदरसा गुजरात में रहकर पढ़ाई कर रहे थे।
गुजरात प्रशासन की मदद से यह एक दिन पहले ही घर पहुंचे थे, लेकिन परिजनों ने यह जानकारी छुपा ली। तब मोहल्लावासियों द्वारा जिला व पुलिस प्रशासन से इस मामले की जानकारी दी गई। शुक्रवार को दोपहर डॉ. एसपी त्रिपाठी ने इन छात्रों को आइसोलेट कर स्क्रीनिंग की। इसके बाद दरगाह शरीफ के पास बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में स्वास्थ्य अमले ने भर्ती कराया है। यह पांचों छात्रों को १४ दिनों तक मेडिकल टीम की निगरानी में रखा जाएगा। वहीं तीन मदरसों के हाफिजों को भी यहां निगरानी में रखा गया है।
एंबुलेंस के चालक को रखा आइसोलेशन में
जिला अस्पताल के १०८ एंबुलेंस के एक चालक को शुक्रवार को बुखार, सर्दी जुकाम होने पर जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। आरएमओ डॉ. विनोद परमार ने बताया कि उसका सेंपल कल जांच के लिए एम्स भेजेंगे।
ये है अब तक जिले की पूरी स्थिति
कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के बीच अब तक जिले में १८७०० लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। इनमें से बाहर से आने वाले १११३० लोगों को होम क्वारेंटाइन में रखा गया है, जबकि ६४ लोगों को जिले में विभिन्न स्थानों पर बनाए गए केंद्रों पर क्वारेंटाइन किया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने अब तक ४१ संदिग्ध लोगों के सेंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि अभी तक कोई भी कोरोना पॉजीटिव नहीं पाया गया है। १४ लोगों की रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जबकि २२ की रिपोर्ट का इंतजार है। कुल ३४ लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है।
लगातार जागरुक कर रहे अधिकारी
प्रशासन के अधिकारी नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों लगातार सक्रिय रहकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं तथा अपने घरों में सुरक्षित रहने की सलाह दे रहे हैं। शुक्रवार को भी एसडीएम प्रियंका मिमरोट ने कई स्थानों पर पहुंचकर लोगों को समझाइश दी। एसडीएम ने बताया कि क्वारेंटाइन किए जा रहे लोगों की मॉनिटरिंग भी प्रशासन कर रहा है। नगर परिषद की सीएमओ रितु मेहरा ने बताया कि नगर परिषद की एक दर्जन टीमें भी लगातार लॉकडाउन के बीच नगर में सक्रिय रहकर अपने कार्य को अंजाम दे रही हैं। मुनादी का क्रम भी निरंतर जारी है। साथ ही लोगों से अपने घरों में सुरक्षित रहने को कहा जा रहा है। थाना प्रभारी डीडी आजाद के नेतृत्व में पुलिस टीम लगातार क्षेत्र भर में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए मुस्तैद है।

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