डॉ. शर्मा ने बताया कि अभियान के तहत 30 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को शामिल करना था। रायसेन जिले को एक लाख 540 लोगों के पंजीयन करने का लक्ष्य दिया गया था। साथ ही 50 हजार 285 लोगों की स्क्रीनिंग का लक्ष्य दिया गया था।
इसमें जिले के स्वास्थ्य कर्मचारियों और अधिकारियों ने कलेक्टर उमाशंकर भार्गव के निर्देशन में बेहतर काम किया। इस दौरान एक लाख 13 हजार 747 लोगों का पंजीयन किया गया। जबकि 74 हजार 177 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इस तरह लक्ष्य से अधिक कार्य करने पर प्रदेश में जिले को पहला नंबर मिला, जबकि होशंगाबाद जिला दूसरे नंबर पर रहा।
तीन बीमारियों की करना थी जांच
डॉ. शर्मा ने बताया कि अभियान के तहत मधुमेह, रक्तचाप और केंसर के मरीजों को विशेष तौर पर चिन्हित करना था। जिसमें मधुमेह और उ”ा रक्तचाप वाले 24751 मरीजों का इलाज किया गया।
डॉ. शर्मा ने बताया कि अभियान के तहत मधुमेह, रक्तचाप और केंसर के मरीजों को विशेष तौर पर चिन्हित करना था। जिसमें मधुमेह और उ”ा रक्तचाप वाले 24751 मरीजों का इलाज किया गया।
जबकि जिले में केंसर से पीडि़त 129 मरीज चिन्हित किए गए। अभियान के दौरान स्वास्थ्य परीक्षण के अलावा वेलनेस संबंधी गतिविधियों का आयोजन भी किया गया। जिसमें पोषण सलाह, स्वस्थ जीवन शैली, मोटीवेशनल स्पीच, तंबाकू निषेध आदि पर कार्यशालाएं आयोजित की गईं।
डॉ. शर्मा ने बताया कि निरोगी काया अभियान का दूसरा चरण अप्रेल माह से शुरू होगा। जिसमें 79 नए उपस्वास्थ्य केंद्रों को शामिल किया जाएगा। जबकि पहले चरण में 16 प्राथमिक और 32 उपस्वास्थ्य केंद्रों को शामिल किया गया था।