किन्नर समुदाय के इन लोगों का कहना है कि तेरा तुझको अर्पण क्या लागा मेरा। किन्नर रुखसाना ने बताया कि हम नेग के रूप में हर समाज के लोगों से हमेशा राशि लेते हैं, लेकिन आज देश पर संकट है, ऐसे में गरीब, बेसहारा दो वक्त की रोटी के लिए परेशान है। हम भी इस समाज का हिस्सा हैं, हमारा भी फर्ज बनता है कि पीडि़तों की मदद करें। इसीलिए हमने सभी जरूरतमंद परिवारों की मदद का संकल्प लिया है। हर जरूरतमंद के घर-घर जाकर आटा, दाल, चावल के पैकट दे रहे हैं। ताकि उनको कुछ राहत मिल सके। नगर के हर मोहल्ला, वार्ड में ऐसे लोगों की तलाश कर उनकी मदद करेंगे।
किन्नरों के इस कार्य में नगर पालिका के कर्मचारी भी सहयोग कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के चलते नगर के सैकड़ों परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। रोज कमाने रोज खाने वाले सैकड़ों परिवार लगभग 15 दिन से मजदूरी, काम धंधे पर नहीं जा पा रहे हैं, ऐसे में उनको भरपेट भोजन नसीब नहीं हो रहा है। इनकी मदद के लिए कई सामाजिक संगठन आगे आ रहे हैं। मंगलवार से नगर के किन्नरों ने भी मदद की मुहिम शुरू की है। सुबह से ये लोग हाथ ठेला और बाइक से राशन सामग्री के पैकट लेकर निकल पड़े हैं।