पहले उसको विश्वास में लिया
मंगलवार शाम चार बजे 17 वर्षीय नाबालिग आरोपी गांव मरखंडी के पास मिला। थाना प्रभारी माया सिंह एवं एएसआई बीबी तिवारी ने उससे कुछ देर यहां-वहां की बातें करते हुए पहले उसको विश्वास में लिया।
बाल न्यायालय रायसेन में पेश किया
एएसआई बीबी तिवारी ने बताया नाबालिग आरोपी मृतक का स्वजातीय है और दूर के रिश्तेदार है। नाबालिग पर हत्या का मामला दर्ज कर बुधवार को बाल न्यायालय रायसेन में पेश किया जाएगा।
ये कारण बताया नाबालिग आरोपी ने
थाना प्रभारी ने नाबालिग आरोपी से मृतक की हत्या करने की घटना के बारे में पूछा जिस पर नाबालिग आरोपी ने बताया कि मेरी एक बड़ी बहन है। जिसके बारे में मृतक मुझसे लगातार दो वर्ष से गंदी-गंदी बातें करता था और कहता था मैं तुम्हें सेक्स बढ़ाने की गोली लाकर दूंगा। तुम अपनी बहन को खिला देना और फिर तुम उसे मेरे पास लेकर आ जाना और जब इस बात का मैं विरोध करता था। तब वह मेरी बेरहमी से पिटाई करता था, मुझे उसने दो वर्ष में तीन बार बेरहमी से पीटा और हाल ही में भी उसने मुझे लात-घूंसे से पीटा था। तंग आकर मैंने उसकी हत्या कर दी।
ऐसे दिया घटना को अंजाम
नाबालिग आरोपी ने बताया कि वह मेरे साथ रोज जंगल में मवेशी चराने जाता था। गुरुवार के दिन करीब पांच बजे जब वह पेड़ के नीचे पत्थर पर बैठा था। तभी मैंने पीछे से जाकर उसकी गर्दन पर पूरी ताकत से कुल्हाड़ी से दो वार कर दिए और वह कुछ देर में मर गया। तब मैंने उसके दोनों पैर पकड़कर घसीटते हुए दूर झाडिय़ों में फेंक दिया। घसीटते समय मृतक का मोबाइल एक पैर का जूता गिर गया था। उनको मैंने वहीं छुपा दिया और मृतक की खून लगी शर्ट को मैंने उतार कर झाडिय़ों में छुपा दिया था।
खून लगे कपड़े जब्त किए गए
इसके बाद थाना प्रभारी माया सिंह आरोपी के बताए अनुसार आरक्षक जानकी रघुवंशी, आरक्षक सुरेश, रविन्द्र कुशवाह को साथ लेकर जंगल में पहुंची। जहां पर नाबालिग आरोपी द्वारा बताए अनुसार एक पैर का जूता खून लगी शर्ट खून लगी कुल्हाड़ी मृतक का मोबाइल एवं आरोपी के खून लगे कपड़े जब्त किए गए।