देखरेख के अभाव में नलजल योजनाएं बंद
कई ग्रामों में पंचायतों द्वारा सही देख रेख नहीं करने के कारण नल-जल योजना के तहत सप्लाई कई दिनों से बंद पड़ी हैं। हैंडपंपों का पानी सूख चुका है, जिसके चलते खेतों पर बने हुए कुंए या टयूबवेलों से ग्रामीणों को पानी भरकर लाना पड़ रहा है। तब उनका गुजारा हो पाता है। इस चक्कर में कामकाज भी प्रभावित हो रहा है। कुछ पंचायतों में सांसद, विधायक निधि द्वारा दिए गए टैंकरों से पानी लाया जा रहा है।
इन गांवों में है जल संकट
क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सुल्तानगंज, भैसा, पिपलिया, केशलोन, जमुनिया टेकापार, मरखेड़ा गुलाब, सुनवाहा, उदका, उमरहारी, भजिया, जसरथी, घाना कलां, टेकापार खुर्द, मोइया, खामखेड़ा, बिछुआ जागीर आदि गांवों में लोग पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। पेयजल के लिए ग्रामीण रात-दिन की जद्दोजहद करके एक से तीन किलोमीटर तक खेतों में लगे नलकूपों या कुंओं से पानी लाने के लिए मजबूर हैं। बुजुर्गों से लेकर छोटे-छोटे बच्चे तक पानी ढोने में लगे रहते हैं। ग्रामीण मोटरसाइकिल, साइकिल, बैल गाड़ी, ट्रैक्टर ट्राली में टंकियां रखकर व अन्य साधनों से पानी भरकर ला रहे हैं।
&जल समस्या को लेकर गांवों में व्यवस्थाऐं की जा रही हैं। ग्रामीणों को पानी के लिए परेशान नहीं होने दिया जाएगा। बिगड़े हैंड पंप या जल स्तर नीचे जाने से बंद हुए हैंड पंपों का सुधार कराकर पाइप लाइन बढ़वाई जा रही है। -राजेश शर्मा, एसडीओए पीएचई बेगमगंज