scriptजंगल के देवता को मनाने गए ये कैसी आफत आ पड़ी | What kind of a panic came to the god of the forest? | Patrika News

जंगल के देवता को मनाने गए ये कैसी आफत आ पड़ी

locationरायसेनPublished: Dec 28, 2017 09:38:23 pm

गांव पर आ रही मुसीबतों को टालने के लिए जंगल के देवता के मनाने गए ग्रामीणों पर एक आफत टूट पड़ी और सभी को बेरंग लौटना पड़ा।

what-kind-of-a-panic-came-to-the-god-of-the-forest

लिंबोदा/ब्यावरा/राजगढ़। गांव में आ रही मुसीबतों को दूर करने के लिए गांव से बाहर जंगल में देवता की पूजन करने गए ग्रामीणों पर मधुमख्खियों का कहर टूट पड़ा। मधुमख्खियों ने इन श्रद्घालुओं को जंगल से खदेड़ दिया। मधुमख्खियों के हमले में पूजन करने गए तीस से अधिक लोग घायल हुए हैं जिनमें 11 की हालत गंभीर है। अचानक हुए मधुमक्खियों ने हमले में घायल लोग कराहते हुए नजर आए। 11 गंभीर घायलों को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया है।

बेड़ा महाराज का पूजन करने गए थे
मामला राजगढ़ जिले के गांव खेड़ी का है। जहां पिछले कुछ दिनों से अज्ञात बीमारी के चलते दो दर्जन से अधिक मवेशियों की मौत हो गई थी। इसे ग्रामीणों ने देवता का प्रकोप माना और इसी के चलते देवतों को मनाने के लिए गुरूवार को गांव से बाहर जंगल में स्थित बेड़ा का महाराज की विशेष पूजन का आयोजन किया था। दोपहर करीब दो बजे गांव वाले पूजन में मश्गूल थे। इसी बीच वहां लगाई गई धुनी से निकले धुएं से जंगल में एक इमली के पेड़ पर लगी मधुमख्खियां भडक़ गई।

जान बचाने के लिए छिपते फिरे
कोई कुछ समझ पाता इसके पूर्व ही मधुमख्खियों ने वहां मौजूद ग्रामीणों के झूंड पर हमला कर दिया। मधुमख्खियों के हमले से घबराए ग्रामीण इधर उधर भागने लगे। जिले जहां जगह मिली छिपने का प्रयास करने लगा हालांकि इस भगदड़ में कोई भी मधुमक्ख्यिों के हमले से बच नहीं पाया। ऐसे में हलचल के कारण मख्खियां अधिक अक्रोशित हो गई। इस पशोपेश में गांव दर्जनों लोग मधुमख्खी के दंश से घायल हुए। इनमें से अधिक घायल हुए 11 लोगों को उपचार के लिए खुजनेर अस्पताल में भेजा गया। हमले के बाद ग्रामीण इसे भी प्राकृतिक प्रकोप मान रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार जो बला गांव पर आई हुई है वही इस अनुष्ठान को पूरा नहीं होने देना चाहती।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो