कुपोषण के शिकार बच्चों को यह उत्पाद वास्तव में रामबाण साबित हो सकते हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने गांव को कुपोषण मुक्त करने का संकल्प लेकर बच्चों व महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए कुपोषण वाटिकाओं का निर्माण करना प्रारंभ किया है। जिला महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी ज्ञानेश खरे, अधिकारी आरपी त्रिपाठी ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से घर के आंगन, बाड़ों में कुपोषण वाटिका का निर्माण करना प्रारंभ कर दिया है।
अब जैविक खाद का भी इसमें उपयोग कर हरी सब्जियां, चुकंदर, गाजर, मूली सहित मुनगा की फली, लौकी, पालक आदि उगाई जाने लगी है। अधिकारियों ने बताया कि महिलाएं इस वाटिका की बच्चों के समान देखभाल करती हैं। इसके अलावा नींबू, सीताफल उद्यानिकी विभाग की मदद से आम, पपीता के पौध् नि:शुल्क दिए गए हैं। वर्तमान में हरी सब्जियां व भविष्य में फल भी इन वाटिकाओं में मिलने लगेंगे।
राष्ट्रीय पोषण माह के संबंध में वीडियो कॉफ्रें स आज
रायसेन. राष्ट्रीय पोषण माह एक सितम्बर से 30 सितम्बर तक मनाया जाएगा। इस संबंध में 29 अगस्त वीडियो कॉफ्र ेंस आयोजित की गई थी। जिसे स्थगित कर दिया गया है। अब यह वीडियो कॉफ्रें स 30 अगस्त को दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक आयोजित की गई है। इस वीडियो कॉफ्रें स में पोषण माह का उद्देश्य और विभिन्न विभागों द्वारा पूरे सितम्बर माह में जिला, परियोजना एवं आंगनबाड़ी स्तर पर की जाने वाली गतिविधियों के संबंध में चर्चा की जाएगी।