10 लाख लीटर की दो टंकियों और 81 किमी नई लाइन के लिए 10 करोड़ खर्च, फिर भी शहर में पानी की किल्लत!
शहरवासी बोले- तीन साल से काम ही चल रहा
पाइप लाइन के साथ ही टंकियों का काम भी पूरा नहीं हुआ, कई हिस्सों में लाइन तक नहीं पहुंची

ब्यावरा.शहर के विकास को ग्रहण जैसा लगने के बाद जनता के हिस्से की राहत कहीं दूर चली गई है। हालात यह है कि मुख्यमंत्री शहरी पेयजल योजना पर ही करीब 10 करोड़ रुपए पूरी तरह से खर्च कर देने के बावजूद शहर की जनता को राहत नहीं मिल पाई है।
दरअसल, करीब तीन साल से चल रहे 10 करोड़ की 81 किमी पाइप लाइन का काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया। वहीं, 10 लाख लीटर की दो पानी की टंकियों (बखतपुरा और गुलाबशाह की बावड़ी स्थित टंकी) का काम भी अधर में है। बखतपुरा की टंकी के पास तो समवेल ही नहीं बनाया गया था तो दोबारा उसका प्लॉन किया जा रहा है। दोनों ही टंकियों से पानी की सप्लाई नहीं होने के कारण समूचे शहर में दिक्कत आ रही है। कई हिस्सों में पाइप लाइन के लिए खोदी गई सड़कें ऐसे ही पड़ी हुई हैं। वहीं, कई हिस्सों में लाइन ही नहीं पहुंच पाई। इससे उन्हें खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बखतपुरा, रेल्वे कॉलोनी, सुठालिया बाइपास, सुठालिया रोड, ढकोरा रोड सहित ऐसे कई क्षेत्र जहां पुरानी की जगह नई पाइप लाइन डाली जाना थी वह नहीं डली। इससे उन्हें रूटीन में मिलने वाला पानी भी नहीं मिल पा रहा है। रहवासियों का कहना है कि शासन ने इतनी मोटी रकम खर्च की फिर भी नपा की अनदेखी से हमें राहत नहीं मिल पाई।
जानें प्रमुख प्रोजेक्ट का स्टेटस
प्रोजेक्ट लागत स्टेटस
बखतपुरा टंकी 1 करोड़ 90 प्रतिशत काम।
गुलाबशाह की टंकी 88 लाख 50 प्रतिशत काम।
81 किमी लाइन 9 करोड़ 80 प्रतिशत काम।
(नोट : नपा से प्राप्त जानकारी के अनुसार)
जहां लाइन डली वहां कनेक्शन नहीं हो पाए
करीब 9 करोड़ 88 लाख रुपए से शहरी क्षेत्र में डाली जा रही 81 किलोमीटर की पाइप लाइन का 80 फीसदी काम पूरा करने का दावा ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है। हालांकि जो काम पूरा हुआ है वहां न पानी सप्लाई शुरू हो पाई है न ही वह पूरी तरह से टेस्टिंग में सफल हुई। जिस हिस्से में लाइन डाल दी गई है वहां के रहवासियों के कनेक्शन तक नहीं हो पाए हैं। वहीं, कई हिस्सों में तो लाइन ही नहीं पहुंची। जूना ब्यावरा, हाथीखाना, इंदौर नाका, सुभाष चौक सहित अन्य हिस्सों में जहां कुछ जगह लाइन चालू हुई वहां प्रेशर की दिक्कत आ रही है जिससे लोग खासे परेशान हैं।
लोग बोले- शासन के रुपयों का नहीं हो रहा उपयोग
पाइप लाइन में प्रेशर वाला पानी नहीं आ रहा। इससे लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है। कई बार तो गली-मोहल्लों में महिलाएं हंडे, बर्तन लेकर खड़ी रहती हैं। आज की स्थिति में भी सात से आठवें दिन पानी मिल रहा है।
-गगन चौहान, रहवासी, सुठालिया रोड
जनता को नहीं मिली राहत
नगर पालिका ने जहां-जहां भी खर्च किया है उसका कोई बेहतर मैनेजमेंट नहीं है। जनता की राहत के लिए खर्च किए जाने वाली राशि का भी सद्उपयोग नहीं हो पाया। घटिया क्वालिटी का पाइप लाइन से किसी को राहत नहीं मिली है।
-सचिन श्रीवास्तव, एडव्होकेट, ब्यावरा
80 फीसदी काम हो चुका है
कई बार हमने ठेकेदार को नोटिस दिए हैं, कई हद तक काम पूरा किया भी है। एक टंकी (बखतपुरा क्षेत्र) लगभग पूरी हो चुकी है। दूसरी (गुलाबशाह की बावड़ी वाली) का काम चल रहा है। जहां तक लाइन की बात है तो उसका भी 80 फीसदी काम हो चुका है।
-इकरार अहमद, सीएमओ, नपा, ब्यावरा
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