कोरोना काल में किसी भी प्रकार की सलाह और खुद का उपचार काम नहीं करता। चिकित्सकीय परामर्श और समय पर उपचार ही जान बचा सकता है। संक्रमण के इस दौर में अतिरिक्त सावधानी ही इस बीमारी का मर्ज है, यही वैक्सीन है। मॉस्क पहनने को आदत में लाना होगा, साथ ही कोविड-19 प्रोटोकॉल को सरकारी सख्ती के साथ ही खुद की जिम्मेवारी समझकर निभाना होगी, तभी बात बनेगी, अन्यथा कोरोना हम पर ऐसे ही हावी होता रहेगा। किसी भी प्रकार की बिना प्रमाणिक वाली दवा का उपयोग करना भी इस कोरोना काल में रिस्की हो सकता है।
जिले में 10 नये पॉजिटिव केस, अब 1945 केस
जिले में कोरोना के 10 नये पॉजिटिव केसेस रविवार को सामने आए, इन्हें मिलाकर अब 1945 केस हो गए हैं। जिला महामारी नियंत्रक डॉ. महेंद्रपाल सिंह ने बताया कि 10 नये केसेस में 05 नरसिंहगढ़, 03 ब्यावरा, 01 जीरापुर और 01 पचोर से हैं। अब एक्टिव केस बढक़र 145 हो गए हैं। वहीं, 17 लोग रविवार को ठीक होकर भी घर लौटे हैं, इन्हें मिलाकर अभी तक ठीक होने वाले मरीजों की संख्या १७४३ हो गई है। 60 नये सैम्पल ब्यावरा में लिए गए अभी भी जिले में तकरीबन 987 सैम्पल पेंडिंग हैं।
सावधानी बरतना ही होगी
कोरोना को लेकर जरा सी ढील भी हमें मुसीबत में डाल सकती है। इसके लिएहमें सतर्करहना होगा, सावधानी बरतना होगी तभी बात बन पाएगी। संक्रमण सर्दियों में और भी चरम पर जा सकता है, इसलिएसावधानी बरना ही एक मात्र विकल्प है।
-डॉ. महेंद्रपाल सिंह, जिला महामारी नियंत्रक, राजगढ़