पुल का काम पिछले करीब दो माह से ठप पड़ा हुआ है। करीब पांच करोड़ की लागत से बन रहे इस पुल में पांच पिलर और दो अबेटमेंट बनना है। पुल के पांच पिलर और उस पर छत डालने का काम पूरा हो चुका है, लेकिन इसके बाद कालीपीठ की ओर बनने वाले तीन अबेटमेंट का काम कुछ निजी जमीन आ जाने और उस का मुआवजा प्रकरण कलेक्ट्रेट में अटका होने के कारण रूका हुआ है।
वहीं आगामी दिनों में नदी के ऊपरी भाग में बने मंूडला डेम से आए दिन पानी छोडऩे की स्थिति बनेगी। तो तेज बहाव के कारण दुर्घटना का खतरा भी बना रहेगा। बीते साल कई बार यह स्थिति बनी थी जब दो बार निर्माण सामग्री पानी में बह गई थी। है। अब बारिश में यहां काम करना तक आसान नहीं होगा। ऐसे में फिलहाल पुल का काम बंद कर दिया है। कंपनी के अनुसार अब यह काम बारिश के बाद नदी में पानी कम होने के बाद ही शुरू होगा। ऐसे में अब चार पांच माह बाद ही पुल का शुरू हो पाएगा।
ढाई साल से अटका है पुल का काम
पुल निर्माण के लिए करीब ढाई वर्ष पूर्व स्वीकृति मिली थी और इसके निर्माण को लिए सेतु निगम को एजेंसी बनाया गया था। सेतु निगम का जिले में कोई कार्यालय नहीं होने के कारण पहले तो इसकी डीपीआर, स्वीकृति ओर टेंडर आदि प्रक्रिया ही काफी देर से शुरू हुई।
करीब दो वर्ष पूर्व पुल निर्माण का टेंडर हुआ इसके बाद जनवरी 2016 में निर्माण कंपनी श्याम डेवलपर्स इंदौर को वर्क आर्डर जारी किया गया। एक वर्ष तक कन्स्ट्रक्शन कंपनी ने नदी की साइड आदि का निरीक्षण किया। इसके बाद मई माह 2017 में निर्माण शुरू होने के बाद जून माह में मूंडला डेम से आए दिन पानी छोडऩे के कारण 30 जून 2017 से काम बंद किया गया जो दोबारा जनवरी 2018 में ही शुरू हो पाया था।
दो माह से कलेक्ट्रेट में अटकी फाइल
पुल निर्माण साइट पर मौजूद प्रोजेक्ट प्रभारी मोहन सिंह ने बताया कि पुल के पांच पिलरों काम पूर्ण हो चुका है। इसके बाद अबेटमेंट और एप्रोच रोड का निर्माण करना है, लेकिन डिजाइन के अनुसार जिस स्थान पर इसका निर्माण होना है। वह निजी भूमि है। पहले अबेटमेंट की भूमि कलीखेड़ा निवासी कन्हैयालाल की है। जिन्होंने मुआवाजा वितरण नहीं होने के कारण पिछले करीब एक माह से काम बंद कर रखा था।
उन्हें मुआवाज मिलने के साथ ही आगे की जमीन के स्वामी गीताबाई और प्रिंस खान द्वारा मुआवजा नहीं मिलने के कारण काम रोका जा रहा है। दोनों की मुआवजा संबंधी फाइल प्रशासन के पास है, लेकिन वहां से अब कोई निराकरण नहीं हुआ।
फैक्ट फाइल
ऊंचाई 20 फिट नदी के सामान्य लेबल से
लंबाई 150 मीटर दोनों साइड के अबेटमेंट सहित
लागत 4.75 करोड़ करीब
निर्माण आदेश जनवरी 2016
शुरुआत अप्रैल 2017
अवधि दस माह (निर्धारित अवधि से करीब डेढ़ वर्ष लेट हो चुका है काम)
पूर्ण दिसबंर 2018 संभावित
पुल का स्ट्रक्चर हाइलेवल पुल पांच पिलर दो अबेटमेंट
अजनार पुल निर्माण की शुरुआत से अब तक बार बार कई परेशानियां आ रही है। पिछले साल काम शुरू करने के कुछ दिन बाद ही मंूडला डेम से पानी छोड़ा जाने लगा था। जो नवंबर-दिसंबर माह तक चलता रहा। अब पुल के अंतिम हिस्सें में किए जा रहे कुछ काम को वहां आनी वाली निजी जमीन के स्वामियों ने रूकवा दिया है। इस का निकाली होते ही पुल का काम पूरा करा दिया जाएगा ।
– सतीश पाटीदार ठेकेदार श्याम कन्स्ट्रक्शन इंदौर