उन्होंने कहा कि आज से कुंडालिया डैम का नाम कुंडालिया न होते हुए अटल सागर परियोजना होगा और इसी नाम से इस डैम को जाना जाएगा। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटलबिहारी वाजपेयी द्वारा देश को लेकर किए गए कार्यों को लेकर भी गिनाया। यहां मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारे पहले भी थी और इस क्षेत्र के नाम से जाने जाने वाले मुख्यमंत्री दिज्विजयसिंह ने भी दस साल मुख्यमंत्री रहते हुए राजगढ़, शाजपुर जैसे जिलों के लिए कुछ नहीं किया। यही कारण है कि किसान बिजली और पानी के लिए परेशान था। लेकिन अब २४ घंटे बिजली मिल रही है और सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी भी आ चुका है। अब कुंडालिया बांध से ५३५ गांवों में नलजल योजना जबकि राजगढ़ और आगर जिले के करीब एक हजार गांव की जमीनें नहरों के माध्यम से सिंचित होगी।
इस अवसर पर आगर जिले के जनप्रतिनिधियों के अलावा देवास सांसद मनोहर ऊंटवाल, राजगढ़ सासंद रोडमल नागर, विधायक अमरसिंह यादव, हजारीलाल दांगी, नारायणसिंह पंवार, कुंवर कोठार,मुरलीधर पाटीदार, गोपाल परमार, भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा मौजूद थे। जबकि कार्यक्रम का संचालन ओपी विजयवर्गीय ने किया।
पांडाल छोटा है तो क्या हुआ दिल में जगह है
कुंडालिया डैम के लोकार्पण को लेकर बनाए गए सभा स्थल पर जो पांडाल लगाया गया था। वह आयोजकों की सोच के हिसाब से भले ही बड़ा हो। लेकिन राजगढ़, आगर और शाजापुर जिले की जनता एक साथ पहुंचने से वहां पांडाल कम पड़ गया और हजारों लोग बाहर ही खड़े रहे। ऐसे में मुख्यमंत्री बोले कि जनता पांडाल के अंदर हो या बाहर वह मुझसे दूर नहीं है। उनके लिए मेरे दिल में जगह है। आयोजनों ने व्यवस्था में कमी की तो क्या हुआ।
इसी सप्ताह शुरू होगी शिक्षकों की भर्ती
जहां-जहां शिक्षक नहीं हंै। वहां एक वर्ग में भर्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसी सप्ताह वर्ग दो और तीन के लिए भी भर्ती शुरू होगी। हर गांव में शिक्षक होंगे। हर बच्चा स्कूल जाएगा। कोई फीस नहीं होगी। ड्रेस और पुस्तकों का खर्च भी मामा उठाएगा। पहले हम स्कूल तक की फीस माफ करते थे। लेकिन अब संबल योजना में जिन लोगों का पंजीयन होगा। उन्हें कालेज की फीस भी नहीं भरनी होगी और यदि जो बच्चे पढऩे में अच्छे है और इंजीनियरिंग और मेडीकल की पढ़ाई करते है उनका खर्च भी सरकार उठाएगी।
झलकियां
-दोनों जिले के कई अधिकारी पहुंचे मौके पर।
-इस बार भी प्रभारी मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया नहीं आई नजर।
– कुंडालिया डैम राजगढ़ की सीमा में बना और आगर की सीमा में हुआ आयोजन।
-तीन जिलों की जनता पहुंची मुख्यमंत्री को सुनने।
-सभा के बाद दोनों सड़कों पर वाहनों की कतारें होने के कारण करीब एक घंटे लगा रहा जाम।