ऐसे में शुक्रवार सुबह इंदौर-कोटा इंटरसिटी और बीना-नागदा पैसेंजर के लिए बड़ी संख्या में जमा हुए यात्रियों की भीड़ स्टेशन पर लग गई। मशीनें नहीं चल पाने से कई यात्रियों को बिना टिकिट भी ट्रेन में चढऩा पड़ा।
दरअसल, रेलवे ने लाखों रुपए खर्च कर यात्रियों की सुविधा के जिस मकसद से व्यवस्थाएं शुरू की वे पूरी नहीं हो पा रही हैं। साथ ही रेलवे के जिम्मेदारों की अनदेखी का शिकार हुए ब्यावरा स्टेशन पर तरह-तरह की परेशानियां कायम हैं।
शुक्रवार को यात्रियों को Óयादा दिक्कतें हुई। सुबह से ही आए यात्रियों को समय पर टिकिट नहीं मिल पाए। एक मात्र टिकिट काउंटर पर सुबह 10 बजे से तत्काल के टिकिट भी बनाना होते हैं और साथ ही ट्रेन में सफर करने वाले रूटीन यात्रियों के टिकिट भी। ऐसे में मशीन नहीं चलने से कई यात्रियों को बैरंग लौटना पड़ा। यह समस्या कई महीनों से कायम है।
औपचारिक तौर पर कुछ दिन पहले एटीवीएम चालू कर दी गई थी लेकिन अब फिर से बंद हो गई, जिस पर किसी का ध्यान नहीं है। वहीं, स्थानीय तकनीकि विभाग की अनदेखी के चलते लंबे समय से व्हाई-फाई बंद पड़ा हुआ है। हालांकि बल बकायादा पूरा जमा होता है लेकिन यात्रियों को इसकी सुविधा नहीं मिल पाती।
कोटा-इंदौर में भीड़, पैसेंजर दो घंटे लेट आई
रेल्वे स्टेशन पर अपने तय समय पर पहुंची इंदौर-कोटा सुपरफॉस्ट में खासी भीड़ यात्रियों की रही। हालात यह रहे कि कई यात्री चढ़ ही नहीं पाए और कई गेट पर लटककर रवाना हुए।
संक्रांति के अवकाश के बाद इंदौर की ओर जाने वाले स्टूडेंट्स सहित अन्य यात्रियों की भीड़ इसमें Óयादा रही। इसके बाद अपने तय समय से करीब दो घंटे बाद स्टेशन पहुंची बीना-नागदा पैंसेजर ट्रेन में काफी यात्री रवाना हुए। कोहरे के साथ ही मैंटेनेंस के चल उक्त ट्रेन लंबे समय से लेट रवाना हो रही है।
तकनीकि खराबी आ गई है
तकनीकि खराबी आ जाने के कारण मशीन फिर बंद हो गई है। साथ ही रिजर्वेशन काउंटर की मशीन भी खराब है। इसलिए थोड़ी दिक्कत कायम है। व्हाई-फाई चालू करवाने का हमने वरिष्ठ कार्यालय को अवगत करवाया है।
– पीएस मीना, स्टेशन मास्टर, ब्यावरा