राजगढ़ जिले की ब्यावरा तहसील के हबीपुरा के बुजुर्गों ने इस फैसले के साथ मिसाल कायम कर दी है। इन बुजुर्गों ने अपने गांव में डीजे (DJ) पर पूरी तरह से प्रतिबंधित लगा दिया है। अब इस गांव में जो भी शादी समारोह होगा, उसमें डीजे की धमक नहीं सुनाई देगी। यहां तक कि बारात में भी डीजे नहीं बजाया जाएगा। गांव के खेड़ापति हनुमान मंदिर में बैठक कर बड़े बुजुर्गों ने तय कर दिया है कि जिस शादी में डीजे आएगा, उस शादी में हम नहीं जाएंगे। हम शोर-शराबे को बढ़ावा नहीं देंगे। इसके साथ ही कोरोना को लेकर भी चिंतित बुजुर्गों ने कहा कि कोई भी व्यक्ति बगैर मास्क के शादी समारोह में शामिल नहीं होगा। साथ ही दो गज की दूरी भी बनाए रखेगा।

लड़ाई झगड़े का कारण बनता है डीजे
इन बुजुर्गों का कहना है कि डीजे की धमक से हमेशा रहवासियों और बीमार व्यक्तियों को परेशानी होती है। वहीं बच्चों की परीक्षाएं भी चल रही हैं। कई बार शहर में लड़ाई झगड़े और तनाव की स्थिति भी बनती है। इसलिए यह फैसला किया है।
बैंड-ढोल लाएंगे तो अच्छा
बुजुर्गों ने तय किया है कि जिस घर में शादी समारोह है, उन्हें बताना होगा कि डीजे लाया गया है या नहीं। बारात के लिए बैंड, ढोल आदि का इंतजाम कर सकते हैं। फिर भी यदि इस फैसले को कोई परिवार दरकिनार करता है और गांव में डीजे लेकर आता है तो संबंधित व्यक्ति और परिवार पर कार्रवाई भी करेंगे।
ग्रामीणों की इस बैठक में गांव के पटेल सेवानिवृत्त शिक्षक प्रभुलाल दांगी, पूर्व सरपंच रंगलाल दांगी, बापूलाल दांगी, भाजपा नेता शिवराजसिंह दांगी, जगदीश दांगी, रामप्रसाद दांगी, बापूलाल दांगी और नवनियुक्त शिक्षक कमलेश दांगी सहित अन्य मौजूद थे।