अकसर हाइवे के आस-पास लगी जमीनें अधिग्रहित हो जाने के बावजूद लोग बुआई कर देते हैं। इसी को लेकर हाइवे अथॉरिटी इस बार सख्त है और निर्माण एजेंसी (सीडीएस, दिल्ली) को भी काम में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।
भोपाल लालघाटी की ओर से शुरू हो चुका काम श्यामपुर तक पहुंच गया है। सालों से पेंडिंग उक्त रोड को पूरा करने का लक्ष्य जनवरी-2020 रखा गया है। तमाम प्रकार की अड़चनें दूर करने के बावजूद पूरे 112 किलोमीटर के रोड पर अभी भी भूमि-अधिग्रहण के कुछ मामले बाधा बने हुए हैं, जिन्हें जल्द ही निपटा लिया जाएगा।
भोपाल में सिक्सलेन, बाकी जगह फोरलेन
1086 करोड़ की लागत से बनने वाले रोड के भोपाल लालघाटी से मुबारकपुर जंक्शन तक का हिस्से में सिक्सलेन बन रहा है। वहीं, बाकी के हिस्से में फोरलेन बनाया जाना है। दिल्ली की सीडीएस कंपनी द्वारा उक्त रोड इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन (इपीसी) मोड में बनाया जा रहा है। एक टोल प्लॉजा श्यामपुर के पास होगा और दूसरा नरसिंहगढ़ से ब्यावरा के बीच बनेगा। एनएचएआई द्वारा ही टोल वसूला जाएगा।
सालों विवादों में रहा रोड
राजगढ़ जिले को राजधानी भोपाल से जोडऩे वाला यह प्रमुख मार्ग हमेशा से विवादों में रहा है। एक समय यहां से सामान्य सफर कर पाना भी मुश्किल था, कई विरोध-प्रदर्शनों के बाद उक्त रोड पर करोड़ों रुपए तो मेंटेनेस के नाम पर खर्च कर दिए गए। करीब डेढ़ साल पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उक्त रोड की अधिकृत घोषणा की उसके बाद रोड को गति मिली है। फिलहाल रोड का काम जोरों पर है, अगले साल तक क्षेत्र की जनता को इसका लाभ मिलने लगेगा।
फैक्ट-फाइल
1086.48 करोड़ है फोरलेन लागत।
182.68 करोड़ मुबारकपुर से ब्यावरा के लिए।
303.80 करोड़ लालघाटी से मुबाकपुर।
जनवरी-2020 तक पूरा करने लक्ष्य।
97.33 किमी लंबाई ब्यावरा से मुबारकपुर।
8.28 किमी लालघाटी से मुबाकरपुर जंक्शन।
02 टोल प्लॉजा होंगे पूरे रोड।
(एनएचएआई से मिली जानकारी के अनुसार)
रोड का काम जोरों पर है, कुछ भूमि-अधिग्रहण के मामले पेंडिंग हैं, जिन्हें जल्द निपटा लिया जाएगा। हाइवे से लगे खेतों में किसान बोवनी न कर ले इसके लिए हमारी टीम प्रॉपर सर्वे कर रही है। भोपाल लालघाटी से मुबारकपुर जंक्शन तक सिक्सलेन का काम चल रहा है। बाकी के हिस्से में भी काम जारी है।
-विवेक जायसवाल, रीजनल मैनेजर, एनएचएआई, भोपाल