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BREAKING NEWS : डीजीपी का पीए बन बिहार के युवक ने ब्यावरा जीआरपी थाना प्रभारी से ऐठे रुपए

locationराजगढ़Published: Nov 23, 2020 07:41:53 pm

ब्यावरा (BIAORA) जीआरपी (GRP) थाना प्रभारी के साथ धोखाधड़ी कहानी ऐसी गढ़ी की पुलिस वाले भी भाप नहीं पाए, 30 हजार ब्यावरा से डलवाए, शातिर आरोपी यूपी, दिल्ली, महाराष्ट्र में भी कर चुका है वारदातें

BREAKING NEWS : डीजीपी का पीए बन बिहार के युवक ने ब्यावरा जीआरपी थाना प्रभारी से ऐठे रुपए

BREAKING NEWS : डीजीपी का पीए बन बिहार के युवक ने ब्यावरा जीआरपी थाना प्रभारी से ऐठे रुपए

ब्यावरा.सायबर क्राइम (CIBER CRIME) और फॉल्स कॉल्स से धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहे हैं, अब पुलिस वाले भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में बिहार के एक शातिर बदमाश ने ब्यावरा जीआरपी प्रभारी से खुद एडिशनल एसपी additional sp (डीजीपी का पीए) बनकर रुपए ऐठ लिए। रुपए लेने तक भी थाना प्रभारी को यह पता नहीं चला कि वह आदमी फर्जी है।
दरअसल, बीते दिनों हुई इस वारदात में थाना प्रभारी जी. एस. परमार से आरोपी युवक ने 30 हजार रुपए डलवा लिए। उसने कहा कि में भोपाल डीजीपी का पीए डीशनल एसपी मनोज कुमार बोल रहा हूं। जब उक्त नंबर को ट्रू-कॉलर पर देखा गया तो वहां भी एडीशनल एसपी मनोज कुमार ही लिखा आ रहा था। पहले वह बातों में उलझाता रहा और डीजीपी का पीए बनकर बोला कि डीजीपी की दुकान से सोना चोरी हुआ है, वहां से एक आरोपी ब्यावरा और एक झांसी का पता चला है। उन्हें पकडऩे के लिए 30 हजार रुपए की जरूरत है, आप डालो। इस पर उन्होंने राशि डाल दी। बाद में मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपी लालमोहन पिता स्व. दीपलाल राय (यादव) आयु 30 निवासी लक्ष्मीपुरा थाना लखौरा जिला पूर्व चम्पारन मोतीहारी (बिहार) को गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से रुपए बरामद कर धारा-420, 201 आईपीसी और 66 (डी) आईटी एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया है।

शातिर युवक ने यूं रची धोखाधड़ी की कहानी
खुद को एडीशनल एसपी मनोज कुमार (डीजीपी का पीए) बताकर आरोपी युवक ने पहले जीआरपी के इंदौर कंट्रोल रूम पर फोन किया और उन्हें कहा कि ब्यावरा, अशोकनगर के जीआरपी प्रभारियों से कहें मुझसे जरूरी बात करें। कंट्रोल रूम से दोनों ही थाना प्रभारियों को उसका नंबर दे दिया गया। इस पर दोनों ने बात की तो आरोपी ने इस तरह से बात की कि पुुलिस वाले भाप ही नहीं पाए। अशोक नगर प्रभारी उमेशचंद्र मिश्रा ने दो से तीन बार बात की लेकिन रुपए नहीं डाले। वहीं, ब्यावरा थाना प्रभारी से उसने कहा कि आपका लोकेशन कहां है? डीजीपी भोपाल की सोने की दुकान से दो किलो छह सौ ग्राम सोना चोरी हुआ है। एक आरोपी झांसी का दूसरा ब्यावरा का है, हम उसे पकडऩे आ रहे हैं। लोकेशन हमें मिल गया है। झांसी के आरोपी को हमने पकड़ लिया, उसके पास से एक किलो ४०० ग्राम सोना जब्त कर लिया, बाकी ब्यावरा वाले से लेना है। उसने कहा कि मैं खुद सोने का व्यापारी बन गया हूं और आरोपी से खरीदने की बात हुई, तुम सिविल ड्रेस में आओ। मैंने उससे बात की है कि पहले 30 हजार रुपए डालूंगा। मोबाइल का सर्वर डाउन इसलिए डल नहीं पा रहे, तुम डाल दो। इस पर थाना प्रभारी परमार ने अपने दो आरक्षकों से फोन पे से राशि डलवा दी। फिर बाद में परमार ने उक्त मोबाइल नंंबर (7870840292) पर बात की, सात बार बात करने के बाद वह बोला कि झांसी वाले आरोपी को मैं रास्ते से ही उठाऊंगा, ब्यावरा नहीं आ रहा। इसके बाद परमार ने फोन किया तो नंबर बंद हो गया। इसके बाद पता चला कि वह धोखाधड़ी कर रहा था।

1300 किमी जाकर बिहार से ढूंढ़ा आरोपी
थाना प्रभारी ने वरिष्ठ अधिकारियों को मामले से अवगत कराया तो वारदात के बाद टीम बिहार (bihar) के लिए टॉवर लोकेशन के आधार पर रवाना हुई। जहां से आरोपी को अपने गांव से पकड़ा लेकिन पुलिस (police) के पहुंचने से पहले उसे भनक लग गई थी। वह आस-पास के गांवों में भाग गया था, जिसे काफी पीछा करने के बाद पुलिस ने आखिरकार ढूंढ़ निकाला। सात से आठ दिन पुलिस रिमांड पर रखने के बाद उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस ने घटना के बाद करीब 1300 किमी जाकर आरोपी को ढूंढ़ लिया और राशि भी जब्त कर ली है।
आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है
फर्जी कॉल के माध्यम से आरोपी ने राशि ऐठ ली थी। हमने घटना दिनांक के बाद बिहार जाकर उसे पकड़ लिया। अब वह सलाखों के पीछे है, राशि भी बरामद कर ली गई है।
-जे. एस. परमार, थाना प्रभारी, जीआरपी, ब्यावरा
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