जिला उपाध्यक्ष के बाद उनके स्वर में सुर मिलाते हुए सांसद प्रतिनिधि और नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि शैलेश गुप्ता भी भड़के। उन्होंने कहा कि इस तरह की बातें उन्हें समय पर ध्यान रखनी चाहिए हमें नीचे बैठने में भी कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन बाद में नाम भूल जाता है, जो सही नहीं है। इसके बाद खुद जिला अध्यक्ष दिलबर यादव मंच से नीचे आए और उन्होंने जसवंत गुर्जर को हाथ पकड़कर ऊपर बुलाना चाहा, लेकिन उन्होंने कहा कि इस तरह ढर्रा क्यों बिगाड़ रहे हो। बाद में सीएमएचओ ने भी गलती स्वीकारते हुए कहा कि गलती हमसे हुई, आप मंच पर पधारें मुश्किल से वे मंच पर गए।
फिर मंच का बढ़ गया वजन तो कई कार्यकर्ताओं को उतारा
जब मंच पर एक के बाद एक लोग बढ़ते गए, तो मंच हिलने लगा और 20 की क्षमता होने के बाद वहां कई लोग बैठ गए थे। इसके बाद कहीं मंच टूट न जाए इसको लेकर अधिकारियों ने आपस में चर्चा करते हुए पीछे बैठे जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वह मंच से नीचे आ जाएं, जिसके बाद पीछे बैठे ज्यादातर जनप्रतिनिधि नीचे उतर कर आ गए।