लोगों को संदेह 11 बजे बाद नहीं जाने देंगे
लोगों में पुलिस, प्रशासन की घर से बाहर निकलने की सख्ती का डर है, ऐसे में वे अधिक से अधिक संख्या में 11 बजे के बाद ही अस्पताल पहुंचे। जबकि शासन ने आम लोगों के लिए यह पाबंदी लगाई है न कि बीमार लोगों के लिए। हालांकि सामान्य बीमारी के लिए अस्पताल नहीं आने की अपील प्रबंधन कर चुका है। वहीं, एक बड़ी दिक्कत यह भी है कि शहर के अधिकतर निजी क्लीनिक भी बंद है, लोग वहां नहीं जाने से सभी सरकारी अस्पताल ही पहुंच रहे हैं।
व्यवस्था मैनेज करेंगे
पर्ची काउंटर और ओपीडी के बाहर नपा की मदद से गोले बनवा रहे हैं। चार-चार फीट की दूरी पर ये गोले रहेंगे। साथ ही हमने अतिरिक्त पुलिस बल, महिला पुलिसकर्मी की भी मांग की है, ताकि व्यवस्था मैनेज की जा सके।
-डॉ. शरद साहू, प्रभारी, सिविल अस्पताल, ब्यावरा
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लोगों में पुलिस, प्रशासन की घर से बाहर निकलने की सख्ती का डर है, ऐसे में वे अधिक से अधिक संख्या में 11 बजे के बाद ही अस्पताल पहुंचे। जबकि शासन ने आम लोगों के लिए यह पाबंदी लगाई है न कि बीमार लोगों के लिए। हालांकि सामान्य बीमारी के लिए अस्पताल नहीं आने की अपील प्रबंधन कर चुका है। वहीं, एक बड़ी दिक्कत यह भी है कि शहर के अधिकतर निजी क्लीनिक भी बंद है, लोग वहां नहीं जाने से सभी सरकारी अस्पताल ही पहुंच रहे हैं।
व्यवस्था मैनेज करेंगे
पर्ची काउंटर और ओपीडी के बाहर नपा की मदद से गोले बनवा रहे हैं। चार-चार फीट की दूरी पर ये गोले रहेंगे। साथ ही हमने अतिरिक्त पुलिस बल, महिला पुलिसकर्मी की भी मांग की है, ताकि व्यवस्था मैनेज की जा सके।
-डॉ. शरद साहू, प्रभारी, सिविल अस्पताल, ब्यावरा
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