यह है मामला
नगर के प्रमुख श्री मारुतिनंदन मंदिर परिसर में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए सांसद रोड़मल नागर द्वारा २५ लाख रुपए की राशि एक मुश्त दी गई थी। इसके लिए आरइएस विभाग को निर्माण एजेंसी बनाया गया था। लेकिन समिति द्वारा पूर्व में तैयार की गई डिजाइन के कारण अब सामुदायिक भवन का कोई औचित्य और उपयोग नहीं रह गया हैं। क्योंकि भवन में चारों तरफ केवल खंभे ही खंभे दिखाई दे रहे है। ऐसे में बड़े हॉल के तौर पर भवन का उपयोग नहीं किया जा सकता। ऐसे में सांसद निधि की इतनी बड़ी राशि का सदुपयोग होता नजर नहीं आ रहा हैं। उल्लेखनीय है कि करीब दो वर्ष पूर्व वार्षिक सभा में पहुंचे सांसद ने समिति की सक्रियता और मंदिर की भव्यता को देखते हुए सामुदायिक भवन के लिए अपनी निधि से राशि भेंट की थी।
राशि खत्म, निर्माण अभी भी अधूरा
जानकारी के अनुसार गलत ढंग से हुए भवन निर्माण की पूरी राशि खत्म हो चुकी है और भवन में अभी लाईट फि टिंग, ड्रेनेज, खिडक़ी, दरवाजे, फर्श जैसे काम अधूरे पड़े हुए है। इस संबंध में विभाग के इंजीनियर का कहना है कि समिति द्वारा दी गई ड्राईंग के अनुसार ही निर्माण कार्य कराया गया हैं। जिसमें संबंधित ठेकेदार द्वारा खिडक़ी, दरवाजे लगवाए जा रहे हैं। वही समिति के कुछ सदस्य भविष्य में भवन के ऊपरी मंजिलों पर होने वाले निर्माणों को लेकर इस तरह भवन निर्माण किए जाने की बात कह रहे हैं। हालांकि नगर के आम नागरिक गलत ढंग से हुए इस निर्माण को लेकर नाराजगी पूर्वक अपनी आपत्ति दर्ज कराते नजर आ रहे हैं।
– एचडी वर्मा, एसडीओ आईएस नरसिंहगढ़
– संजय भावसार, अध्यक्ष श्री मारुतिनंदन मंदिर नरसिंहगढ़