ऐसा ही कुछ मण्डावर समीपस्त ग्राम निपानिया गड़ी में देखने को मिला। यहां तीन वर्ष का बालक मोबाइल से चलाते समय अचानक मोबाइल बैटरी ब्लास्ट के चलते झुलस गया। मोबाइल बैटरी ब्लास्ट होने से तीन वर्ष का बालक हंसराज पिता रामचन्दर खाती बाल बाल बचा इस घटना में बालक का चेहरा एवं हाथ पैर जल गए। घटना के बाद परिजन बच्चे को लेकर तुरंत मंडावर प्राथमिक उपचार हेतु लेकर पहुँचे जहाँ से बच्चे को भोपाल भेजा गया। परिवार से मिली जानकरी अनुसार एंड्रोइड मोबाइल था। जिसमें अचानक मोबाइल की बैटरी में विस्फोट हुआ।
निजी अस्पताल के लोग न सके इलाज
जिले के निजी अस्पताल में जब बच्चे को ले जाया गया। तो वहां के डाक्टर उसका इलाज करने में असमर्थ नजर आएं। जिसके चलते बच्चे को भोपाल रेफर कर दिया गया। ताकि उसका इलाज सही तरीके से हो सके और वह जल्दी ठीक हो सके।
पहले भी हो चुके है ऐसे हादसे
शहरभर में इस तरह के हादसे पहले भी हो चुके है। मोबाइल बैटरी फटने से कोई जख्मी हुआ तो किसी की जान चली गई। इस तरह की घटनाओं के चलते मोबाइल कम्पनियों से लगातार शिकायत की जा रही है। उसके बाद भी कुछ सुधार नहीं दिखाई दे रहे है। जिसके चलते इस तरह के हादसों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही हैं।