संक्रमण बढ़ने पर सीएम ने की अधिकारियों संग वीडियो कांफ्रेंसिंग जिले में अचानक से बढ़ रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजगढ़ के प्रशासनिक अमले से बात की। वीडियो कॉन्फ्रंसिंग के जरिए वे कलेक्टर, सीएमएचओ से बातचीत कर उनसे अपनाए जा रहे प्लान पर चर्चा की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रोटोकॉल के अनुसार ठीक ढंग से काम करें, कहीं से भी शिकायत जैसी स्थिति न बनें? जहां जिस स्तर पर संक्रमण बढ़ रहा है, उसे रोकने और कम करने के पूरे प्रयास करें। प्रशासनिक अमला और स्वास्थ्य टीम संयुक्त रूप से काम करें और इसके कारण को खंगालें, आखिर यह स्थिति क्यों बनीं ?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिले में कोरोना से तीन मौतें हो जाने के बाद समीक्षा की और व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी हासिल की।
मौतों पर सीएमएचओ डॉ. के. के. श्रीवास्तव ने कहा कि मरीज की अस्पताल पहुंचने के पहले ही स्थिति बिगड़ गई थी। लक्षण कोरोना के थे, इसी कारण मौत हुई।
सीएम ने कलेक्टर व सीएमएचओ से डेथ आॅडिट का आदेश दिया। उन्होंने कंटोनमेंट एरिया में सर्विलांस बढ़ाने व सैंपल अधिक से अधिक लेने का आदेश दिया। कहा कि हाई रिस्क वालों को चिह्नित कर उनकी सैम्पलिंग और यहां रखने की पूरी तैयारी करें। साथ ही कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए अन्य टीमें भी गठित करें। इसके लिए ब्यावरा में विशेष टीमें गठित की जाएं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बताया गया कि जितने भी कंटोनमेंट जोन बनाए गए हैं उनमें पूरी सावधानी बरती जाए। साथ ही ध्यान रखा जाए कि क्वारंटीन किए गए लोग बाहर तो नहीं घूम रहे ? साथ ही यह भी तय करें कि कंटोनमेंट एरिया से कोई बाहर तो नहीं निकल रहा ? पुलिस की वहां ड्यूटी सुनिश्चित की जाए।
राजगढ़ कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि सीएम ने प्रोटोकॉल के हिसाब से काम करने के निर्देश दिए गए हैं। संक्रमण ज्यादा न फैले इसकी सावधानी काे भी बोला है।
Read this also: हेल्थ डिपार्टमेंट की यह लेडी अफसर लेती थी रिश्वत, लोकायुक्त टीम ने इस तरह पकड़ा वीसी के पहले ही सत्ताधारी दल के पूर्व मंत्री ने तोड़ा प्रोटोकाॅल एक तरफ सीएम ने कंटोनमेंट जोन में किसी प्रकार की गतिविधियों पर रोक लगाने को कहा लेकिन दूसरी ओर उनकी ही पार्टी के लोग नियम-कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। शुक्रवार को भाजपा के पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता कोरोना रोकथाम के लिए लागू किए गए नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कंटेनमेंट जोन में पहुंचे। उनके व उनके लोगों के लिए कंटेनमेंट एरिया की बैरिकेडिंग हटाई गई। वहां एक होटल में कुछ लोगों से मिले। इसके बाद अपने समाज के संगठन के जिलाध्याक्ष के घर पहुंचे। वहां सोशल डिस्टेंसिंग को भी नहीं मानते हुए बैठक की और फिर रवाना हुए। पूर्व मंत्री सरकार की छह साल की उपलब्धियों के प्रचार प्रसार को पहुंचे थे। हालांकि, इस बाबत जब अधिकारियों से बातचीत की गई तो वे लोग पूरे प्रकरण से अनभिज्ञता जताना ही मुनासिब समझा।