दरअसल, राजगढ़ जिले के थाना पचोर में पदस्थ आरक्षक दिग्विजय शर्मा, 16 मार्च को अपनी स्नातक परीक्षा हेतु छुट्टी पर अपने घर इटावा (उत्तरप्रदेश) गए थे। छुट्टी के दौरान लॉक डाउन होने से परीक्षाएं स्थगित होने के कारण उन्हें ड्यूटी पर वापस लौटना था। आरक्षक दिग्विजय शर्मा इटावा (उत्तर प्रदेश) से थाना पचोर के लिए निकल पड़े। लेकिन लॉक डाउन होने से उन्हें कई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा तो कई बार लिफ़्ट भी मिली, लॉक डाउन के कारण रास्ते में कहीं भी भोजन आदि की व्यवस्था ना मिलने से दिग्विजय को भूखा ही रहना पड़ा परंतु दिग्विजय शर्मा ने हार नही मानी और 28 मार्च को राजगढ़ पहुंचे।
कई किलोमीटर पैदल चलने के कारण दिग्विजय के पैरों में सूजन थी उसके बावजूद इतनी विपरीत परिस्तिथियों में भी अपनी कर्तव्य परायणता और अनुशासन प्रदर्शित कर पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी पर आ गया। थाना प्रभारी पचोर सुनील श्रीवास्तव के द्वारा सम्पूर्ण घटनाक्रम पुलिस अधीक्षक राजगढ़ प्रदीप शर्मा को बताई। जिसके बाद एसपी ने दिग्विजय शर्मा के कर्तव्य के प्रति समर्पण को अनुकरणीय बताया तथा दिग्विजय की प्रशंसा की। इसके बाद थाना प्रभारी और सभी स्टॉफ ने दिग्विजय शर्मा को सम्मानित किया गया।