दरअसल, जिस तरह आधार नंबर से हम अपनी पूरी जानकारी ऑनलाइन जुटा सकते हैं, ठीक उसी तरह भारत सरकार ने हर व्यक्ति के स्वास्थ्य की जानकारी ऑनलाइन पोर्टल पर डालने की योजना बनाई है। इसके तहत व्यक्तिगत जानकारी, बीमारी संबंधी जानकारी और कौन सी जांच कब हुई है यह भी उसमें रहेगी। कुल मिलाकर डिजिटल हेल्थमिशन के तहत आत्मनिर्भर भारत की तर्ज पर आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत के लिए राष्ट्रीय स्तर पर यह शुरुआत की गई है। राजगढ़ जिले में इसके लिए डीपीएम, बीपीएम सहित अन्य ऑपरेटर्स को प्रदेश स्तर पर ट्रैनिंग दी गई है, जिसमें इसके बारे में विस्तृत बताया गया है।
जिले में खुलेंगे एनसीडी सेंटर वर्तमान में कुल ३8 एनसीडी जिले में खुलेंगे। इनमें से 1 जिला अस्पताल, 4 सिविल अस्पताल (ब्यावरा, सारंगपुर, जीरापुर और नरसिंहगढ़, 5 सीएचसी (बोड़ा, सारंगपुर, खुजनेर, सुठालिया और पचोर) के साथ ही 28 पीएचसी सेंटर रहेंगे। उप-स्वास्थ्य केंद्रों पर एएएनम और संबंधित सीएचओ (कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर) भी एनसीडी क्लीनिक पर मौजूद रहेंगे।
इस तरह से काम करेगा एनसीडी क्लानिक
एनसीडी क्लीनिक यानि नॉन कम्यूनिकेबल डिसिज का काम ऐसी बीमारियों की जानकारी लेकर रखना जो बिना लक्षण के अचानक हो जाती हैं। राजगढ़ जिले में फिलहाल कैंसर (तीन प्रकार का कैंसर), ब्लड प्रेशर औ शुगर मरीजों को इस दायरे में रखा गया है। उक्त क्लीनिक पर जाकर संबंधित मरीज अपनी जानकारी अपडेट करा सकता है। इसमें शुरुआती स्क्रीनिंग के माध्यम से ही मरीज का उपचार किया जाएगा। बता दें कि जिले में वर्तमान में 70 फीसती मौतें इन्हीं बीमारियों से हो रही हैं। इनमें हार्ट अटैक (बीपी, शुगर के कारण), कैंसर और अन्य शामिल हैं। शासन की योजना है कि इनकी काउंसलिंग समय रहते एनसीडी क्लीनिक पर हो जाए, तो इनका उपचार समय से शुरू हो पाएगा। इसलिए ऐसे मरीज जो ओपीडी में रूटीन बीमारी के अलावा अन्य तरह से आते हैं, उन्हें इस क्लीनिक का लाभ मिलेगा, वे अपनी जानकारी यहां दे सकते हैं।
एनसीडी क्लीनिक यानि नॉन कम्यूनिकेबल डिसिज का काम ऐसी बीमारियों की जानकारी लेकर रखना जो बिना लक्षण के अचानक हो जाती हैं। राजगढ़ जिले में फिलहाल कैंसर (तीन प्रकार का कैंसर), ब्लड प्रेशर औ शुगर मरीजों को इस दायरे में रखा गया है। उक्त क्लीनिक पर जाकर संबंधित मरीज अपनी जानकारी अपडेट करा सकता है। इसमें शुरुआती स्क्रीनिंग के माध्यम से ही मरीज का उपचार किया जाएगा। बता दें कि जिले में वर्तमान में 70 फीसती मौतें इन्हीं बीमारियों से हो रही हैं। इनमें हार्ट अटैक (बीपी, शुगर के कारण), कैंसर और अन्य शामिल हैं। शासन की योजना है कि इनकी काउंसलिंग समय रहते एनसीडी क्लीनिक पर हो जाए, तो इनका उपचार समय से शुरू हो पाएगा। इसलिए ऐसे मरीज जो ओपीडी में रूटीन बीमारी के अलावा अन्य तरह से आते हैं, उन्हें इस क्लीनिक का लाभ मिलेगा, वे अपनी जानकारी यहां दे सकते हैं।
अलर्ट रहें ! देश-विदेश से लौट रहे लोग चकमा देकर पहुंच रहे घर-घर, परोस सकते हैं कोरोना ये रहेगा डिजिटल हेल्थकार्ड का फायदा चार ट्रेन बंद- नौ दिन इन स्टेशनों पर नहीं आएंगी यह ट्रेनें
ट्रेनिंग दी है, जल्द शुरू होंगे
ट्रेनिंग दी है, जल्द शुरू होंगे
एनसीडी क्लीनिक पर नॉन कम्यूनिकेबल डिसिज की जानकारी जुटाई जाती है। वहीं, शासन के डिजिटल हेल्थमिशन के तहत हर व्यक्ति का डिजिटल कार्र्ड बनाया जाना है। इसमें पूरी व्यक्तिगत जानकारी आधार कार्ड की तरह रहेगी। हेल्थ अपडेट जुटाने के लिए यह काफी फायदेमंद होगा। अभी स्टेट लेवल पर ट्रेनिंग दी जा रही है, जल्द क्लीनिक शुरू होंगे।
-शैलेष सोलंकी, डीपीएम, राजगढ़
-शैलेष सोलंकी, डीपीएम, राजगढ़