scriptडिजिटल एक्स-रे मशीन खराब, ओपीडी में सोशल डिस्टेंस की कोई व्यवस्था नहीं, एक पॉजिटिव भी आया तो कोई तैयारी नहीं | Digital X-ray machine defective, there is no system of social distance | Patrika News

डिजिटल एक्स-रे मशीन खराब, ओपीडी में सोशल डिस्टेंस की कोई व्यवस्था नहीं, एक पॉजिटिव भी आया तो कोई तैयारी नहीं

locationराजगढ़Published: Apr 06, 2020 07:02:18 pm

अधूरी व्यवस्थाएं : ऐसे कैसे हम कोरोना को मात देंगेजिला चिकित्सालय में आम दिनों से भी बदतर हाल, इमरजेंसी ओपीडी में भी मरीजों को संभालने वाला कोई नहीं

अधूरी व्यवस्थाएं : ऐसे कैसे हम कोरोना को मात देंगे,अधूरी व्यवस्थाएं : ऐसे कैसे हम कोरोना को मात देंगे,अधूरी व्यवस्थाएं : ऐसे कैसे हम कोरोना को मात देंगे

ब्यावरा.इमरजेंसी में भी इस तरह बंद पड़ा हुआ था एक्स-रे कक्ष।,राजगढ़.जिला चिकित्सालय में इस तरह से लगी रही भीड़ और टूटती रही सोशल डिस्टेंसिंग।,राजगढ़.जिला चिकित्सालय में इस तरह से लगी रही भीड़ और टूटती रही सोशल डिस्टेंसिंग।

राजगढ़.कोरोना से लडऩे के लिए जहां कर्मवीर अपने कर्तव्य स्थल पर डटे हुए हैं और हर स्तर की सख्ती लॉक डॉउन से लेकर हर काम के लिए कई गई है लेकिन जिला चिकित्सालय की हकीकत की व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं आ पा रही हैं। इतने कठिन समय में भी लचीला स्वास्थ्य अमला जिला अस्पातल में है।
दरअसल, इमरजेंसी केसेस से निपटने और कोरोना सिम्टोमेटिक के प्रॉपर उपचार की तैयारियां भी जिला अस्पताल के पास नहीं है। सोमवार को इमरजेंसी ड्यूटी में भी जिला चिकित्सालय प्रबंधन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करवा पाया। वहीं, करीब पांच दिन से डिजिटल एक्स-रे मशीन खराब पड़़ी हुई है। अब इस खराब मशीन और आधी-अधूरी व्यवस्थाओं के भरोसे कोरोना से लडऩे की तैयारी जिला चिकित्सालय ने कर रखी है। खास बात यह है कि बगल में ही सविलि सर्जन सहित तमाम जिम्मेदार डॉक्टर्स का कक्ष है लेकिन इमरजेंसी डॉक्टर के सामने दिनभर भीड़ लगी रही, किसी प्रकार की सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान किसी ने नहीं रखा। हालात यह है कि अस्पताल पहुंचे मरीजों को न बीमारी का पूरा पता न ही उन्हें इस बात की जागरूकता है कि यह बीमारी छूने से फैलती है। ऐसे में लोगों की भीड़ वहां लगी रही, कतार में आए लोगों के बीच एक मीटर तो दूर आधे फीट की भी दूरी नहीं रही।
एक्स-रे मशीन खराब, इमरजेंसी में जांच की व्यवस्था भी नहीं
कोरोना से हर तरह की जंग लडऩे का दावा करने वाले स्वास्थ्य विभाग की हकीकत यह है कि न उनके पास पर्याप्त संसाधन हैं न ही इससे लडऩे के लिए प्रॉपर तैयारी। सोमवार को गले में इन्फेक्शन, सासं लेने में दिक्कत और सर्दी-खांसी से पीडि़त एक सिम्टोमैटिक पेशेंट जब जिला अस्पताल पहुंचा तो न वहां उनकी इमरजेंसी में जांचें हो पाई न ही एक्स-रे। आधी-अधूरी जांचों के बीच ही उन्हें एमडी मेडिसीन डॉक्टर से उपचार करवाना पड़ा। यानि महज कोरोना बूलेटिन और वरिष्ठ अफसरों के समक्ष दावे-आश्वासनों तक ही जिला चिकित्सालय की तैयारियां रह गई हैं।
एक्स-रे की दिक्कत है
मैं दिखवाता हूं इस तरह की बात है तो यह गलत है। जहां तक एक्स-रे की बात है तो डिजिटल मशीन खराब है, भोपाल में लॉक डॉउन के चलते मैकेनिक आ नहीं पा रहे। हम इमरजेंसी में उनके बुलाने की व्यवस्था करेंगे। बाकी अन्य अव्यवस्थाओं को लेकर मैं बात करता हूं।
-नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर, राजगढ़
मशीन खराब है तो मैं क्या करूं?
एक्स-रे मशीन यदि खराब है तो मैं क्या करूं, आप सिविल सर्जन से बात करो? जहां तक सोशल डिस्टेंसिंग की बात है तो मैं संबंधित को बोलता हूं, मरीजों की भीड़ को कम करेंगे। साथ ही पूरी सावधानी मरीजों का उपचार करते वक्त बरती जाएंगी।
-डॉ. के. के. श्रीवास्तव, सीएमएचओ, राजगढ़

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