इस समय तक किसी को यह पता नहीं था कि आखिर यह हो क्या रहा है। कार्रवाई पांच बजे से लेकर रात आठ बजे तक जारी थी। शिकायत कितनी सही है। यह पूरी जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। हालांकि इस मामले को लेकर पूर्व में कांग्रेस महामंत्री राशिद जमील भी अपनी शिकायत दर्ज करा चुके है।
एडीएम मित्तल ने स्वास्थ्य संचानालय के पत्र के बाद यह जांच शुरू की। जिसमें निर्धारित मात्रा से अधिक व्यय साफ-सफाई और सुरक्षा पर कर दिया है। पिछले दिनों विभिन्न सीएस और सीएमएचओ कार्यालयों की आडिट होने के बाद राजगढ़ ही नहीं प्रदेश के अन्य जिलों की भी जांच शुरू हुई है। जिसमें जो राशि जारी की गई थी। उससे कई गुना अधिक खर्च कर दी।
इसके बाद सभी जिलों की जांच शुरू की गई। इसी क्रम में राजगढ़ में अचानक शाम के समय एडीएम पहुंची और उन्होंने स्टोर संबंधी दस्तावेज खंगालते हुए स्टोरों को सील कर दिया। जिला चिकित्सालय परिसर में बने सीएमएचओ स्टोर पुराने सीएमएचओ कार्यालय में स्थित स्टोर और पुराने ट्रेनिंग सेंटर में बने स्टोर को बंद किया गया है।
सफाई, सुरक्षा में खर्च कर दिए लाखों
राजगढ़ सहित धार, उमरिया, छिंदवाड़ा में सफाई और बुरहानपुर, सिंगरौली में बायोमेडिकल बेस्ट के साथ ही सीहोर, बैतूल और हरदा में सुरक्षा के नाम पर लाखों रुपए अधिक खर्च कर दिए गए है। जिसकी जांच पिछले दिनों होने के बाद वित्त संचानालय स्वास्थ्य सेवाएं डॉ.राजीव सक्सेना ने इसकी जांच के लिए पत्र लिखा।
स्टोर में मिले डॉक्टर
पुराने ट्रेनिंग सेंटर में बने स्टोर के अंदर ही एक रूम में डॉक्टर और कुछ कर्मचारी रह रहे थे। एडीएम ने इस मामले के दौरान जब स्टोर सील किया तो इन सभी कर्मचारियों को वहां से बाहर कर दिया गया। साथ ही सीएस आरजी कौशल को यह निर्देश दिए कि यहां किसके आदेश से इन्हें रोका गया। यदि कोई आदेश हो तो तुरंत निरस्त करे।
आज होगी आगामी जांच
आनन-फानन में शाम के समय पहुंची एडीएम ने पहले पूरे मामले की छानबीन की और बाद में स्टोरों को सील कराते हुए उनकी रात तक जांच की। आज आगे की जांच होगी। हालांकि इस पूरी प्रक्रिया के दौरान सीएमएचओ अनुसूया गवली अवकाश पर होने के कारण वहां नहीं थी। वहीं स्टोर कीपर अशफाक अली भोपाल विभागीय मिटिंग में गए है।
वित्तीय अनियमिताओं से जुड़ी शिकायत है। जिसको लेकर स्टोर सील किए है। सीएमएचओ के स्टोर कीपर है नहीं। ऐसे में कल सुबह आगे की जांच करेंगे।
भव्या मित्तल, एडीएम राजगढ़