scriptप्रायवेट स्कूलों की तर्ज पर होंगे जिले के स्कूल | District schools will be on the lines of private schools | Patrika News

प्रायवेट स्कूलों की तर्ज पर होंगे जिले के स्कूल

locationराजगढ़Published: Feb 20, 2020 11:24:13 am

Submitted by:

Bhanu Pratap Thakur

– 800 स्कूलों शुरू हो सकती है स्मार्ट क्लास, जनसहयोग से लगाई जा रही स्कूलों के एलईडी
– कलेक्टर ने भोपाल में आयोजित कार्यशाला में प्रेजेंटेशन के दौरान दी जानकारी

School News

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राजगढ़। जन सहयोग के माध्यम से प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में स्मार्ट क्लास से लगाने की तैयारी की जा रही है। जिसके तहत अभी तक लगभग 800 से ज्यादा स्कूलों में विभिन्न साधनों के माध्यम से एलईडी लगाइ जा चुकी है। इनमें ब्यावरा, नरसिंहगढ़ और जीरापुर ऐसे ब्लॉक है, जहां सबसे ज्यादा यह व्यवस्थाएं की गई है।
जबकि राजगढ़, सारंगपुर और खिलचीपुर सहित पचोर इन मामलों में बिल्कुल फिसड्डी नजर आ रहे हैं। एलईडी के माध्यम से पढ़ाई कराते हुए। उन्हें स्कूल आने के लिए भी प्रेरित करने का लक्ष्य खेल खेल में पढ़ाई के साथ में बच्चों को स्कूल तक लाना है।
कैसे हो रहे स्कूल स्मार्ट
जिन स्कूलों में यह एलईडी एवं इंटरनेट की व्यवस्था की जा रही है उसमें यह संयोग कई जगह शिक्षक खुद मिलकर कर रहे हैं। जबकि कुछ जगह पंचायत के जनप्रतिनिधियों के माध्यम से व्यवस्था की जा रही है। डीपीसी विक्रम सिंह राठौर ने बताया कि आगामी सत्र तक हम लगभग सभी स्कूलों में यह एलइडी और अधिकतम स्कूलों में इंटरनेट की व्यवस्था करेंगे। ताकि बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा से जोड़ा जा सके।
स्वच्छता सर्वेक्षण : कलेक्टर का प्रेजेंटेशन

इधर, जिले में स्वच्छता सर्वेक्षण के साथ ही अतिक्रमण हटाने की मुहिम काफ ी कारगर साबित हुई। जिसके तहत लंबे समय से सुकड़ती जा रही गलियां अब चौड़ी नजर आने लगी हैं। वहीं स्वच्छता की दृष्टि से भी राजगढ़ ही नहीं बल्कि जिले के अन्य कस्बों में भी बेहतर काम हुए हैं।
यही नहीं सेम फ्री अभियान के तहत बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने के अलावा पढ़ाई छोड़ चुकी महिलाओं को शिक्षा से जोडऩे के लिए बादल पर पांव अभियान चलाया गया। इन सभी अभियानों का प्रेजेंटेशन देते हुए कलेक्टर ने बताया कि यह अभियान सतत जारी रहेंगे। वहीं जिले में अब एक नया अभियान शुरू करने जा रहे हैं।
जिसका सीधा जुड़ाव शिक्षा से होगा और खासकर उन स्कूलों को टारगेट किया जाएगा जो सरकारी हैं और बच्चों की संख्या कम है या फि र बच्चों के शिक्षा का स्तर कमजोर है। उन्होंने कहा कि अब सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों की तरह बनाया जाए, इसके लिए लगातार स्कूलों की मॉनिटरिंग की जाएगी।
साथ ही स्कूलों का वातावरण, भवन स्वच्छ सुंदर होने के अलावा वहां बच्चों की बैठने की बेहतर व्यवस्था हो, मध्यान भोजन की सुविधाएं सुचारू हो। कहीं से भी किसी प्रकार की कोई शिकायत न मिले इस अभियान के साथ जिले में शिक्षा के सुधार को लेकर काम किया जाएगा।
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