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सुबह निकलने के बाद जाने का पता नहीं, बच्चों से मिल तक नहीं पा रहे

locationराजगढ़Published: Apr 06, 2020 05:45:40 pm

कोरोना कर्मवीर : ये हमारे लिए खतरा मोल रहे, आइए इन्हें सलाम करेंकोरोना से लडऩे तैयार हैं डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ व अन्य, पुलिस आरक्षक ने भी रद्द करवा दी शादी

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ब्यावरा.शहर के विभिन्न हिस्सों में जांच करती स्वास्थ्य विभाग की टीम, साथ में संदीप बृजपुरिया।,सुबह निकलने के बाद जाने का पता नहीं, बच्चों से मिल तक नहीं पा रहे,सुबह निकलने के बाद जाने का पता नहीं, बच्चों से मिल तक नहीं पा रहे,सुबह निकलने के बाद जाने का पता नहीं, बच्चों से मिल तक नहीं पा रहे,ब्यावरा.शहर के विभिन्न हिस्सों में जांच करती स्वास्थ्य विभाग की टीम, साथ में संदीप बृजपुरिया।,ब्यावरा.शहर के विभिन्न हिस्सों में जांच करती स्वास्थ्य विभाग की टीम, साथ में संदीप बृजपुरिया।

ब्यावरा.आज यदि आप और हम घरों में लॉक डॉउन के बीच सुरक्षित महसूस कर रहे हैं तो हमारे कर्मवीरों की बदोलत। ये मैदान में तमाम खतरा मोल लेकर डटे हैं ताकि हमें सुरक्षा मिल सके। हमारी हर पल चिंता करने वाले इन कर्मवीर योद्धाओं को आइए हम सब मिलकर सलाम करें।
पत्रिका ग्रुप के कर्मवीर चक्र अभियान के तहत हम उन तमाम योद्धाओं को समर्पण बता रहे हैं जिनमें अपने काम के प्रति जज्बा बरकरार है। कोई रिस्क, कोई नकारात्मकता उनके कर्तव्य के आगे बाधा नहीं बनती। हर दिन तमाम प्रकार की चुनौती उठाकर ये लोग सेवा समर्पण के लिए जुटे हैं। पुलिसकर्मी तमाम बॉर्डर पर लगे हैं, हर तरह के व्यक्ति की स्क्रीनिंग उन्हें समझाइश इत्यादि दे रहे हैं। एक-दूसरे के संपर्क में आने से सर्वाधिक खतरा उन्हें है। वहीं, डॉकटर्स और पैरामेडिकल स्टॉफ भी हाईली इन्फेक्टेड जगह काम कर रहे हैं। हर बार अस्पताल से जाने के बाद उन्हें नहाना पड़ रहा है और एक्स्ट्रा एहतियात बरतने पड़ रहे हैं। ऐसे जाबांजों की बहादुरी के लिए जहां भी ये लोग दिख जाएं इनके सम्मान में खड़े होइए, ताली बजाकर इनकी हौसला अफजाही जरूर करिए।

हर दिन गली-गली, मोहल्लों में जाकर कर रहे स्क्रीङ्क्षनग
ब्यावरा.सिविल अस्पताल के कुष्ठ रोग विभाग में पैरामेडिकल स्टॉफ संदीप बृजपुरिया जिले में सबसे पहले विदेश से आए सिम्प्टोमैटिक यात्री के बाद से ही लगातार स्क्रीनिंग में लगे हुए हैं। वे गली, मोहल्ले और घरों में जाकर भी जन सेवा में डटे हैं। मॉस्क, कैप, सैनिटाइजर इत्यादि के जरिए तमाम प्रकार के जोखिम के बीच वे कर्तव्य के प्रति पीछे नहीं हटते। हमेशा वे लगे रहते हैं। संदीप बताते हैं कि पूरी कॉम्बैक्ट टीम निष्ठा से लगी हुई है। हम लोगों से अपील करते हैं कि कोरोना की गंभीरता को समझे। सीधे हमारे संपर्क में आने वाले लोगों से सबसे ज्यादा खतरा हम फील्ड वर्कर्स को ही रहता है लेकिन कोरोना से जंग लडऩे का जज्बा कर्तव्य के आगे कम नहीं होता।
12 अप्रैल को थी शादी, सारी तैयारियां हो गईं थी लेकिन रद्द कर दी
खुजनेर.देश सेवा का जज्बा लिए पुलिस थाने में कार्यरत आरक्षक कपिल अटारिया 24 १६ घंटे ड्यूटी कर कर्तव्य की मिसाल पेश कर रहे हैं। उनकी शादी 12 अप्रैल को होना थी, संपूर्ण तैयारियां भी परिजनों द्वारा की जा चुकी थी। बावजूद इसके उन्होंने शादी कैंसल कर दी, कोरोना वायरस से फाइट को उन्होंने प्राथमिकता दी। सोमवार को उनकी हल्दी रस्म होनी थी, पुलिस, स्टॉफ, मित्र, रिश्तेदारों में निमंत्रण कार्ड भी बंट चुके थे। लेकिन उन्होंने निर्णय बदला और कहा कि शादी बाद में भी हो जाएगी, पहले राष्ट्र सेवा सर्वोपरी है। इस महामारी से निपटना ही प्राथमिकता है। उन्होंने यार दोस्त स्टॉफ से भी गुजारिश की कर्तव्य ही हमारी प्राथमिकता रहना चाहिए।
घर के बाहर ही पहले नहाते हैं, फिर अंदर जाते हैं
नरसिंहगढ़.सिविल मेहताब अस्पताल की पूरी टीम बीएमओ गौरव त्रिपाठी और अन्य तमाम स्टॉफ कोरोना के लिए तैयार हैं। आधी रात को भी वे तमाम इमरजेंसी से निपटने के लिए तैयार रहते हैं। अस्पताल में ही पदस्थ डॉ. प्रशांत सक्सेना बताते हैं कि हम लोग एक्स्ट्रा प्रिकोशंस लेकर चल रहे हैं। देर रात जब भी आते हैं तो पहले घर के बाहर ही बाल्टी से नहाते हैं फिर अंदर जाते हैं ताकि स्वच्छता में कोई कंप्रोमाइज न हो। उनकी आठ माह की बेटी है लेकिन कई बार वे उसे मिल तक नहीं पाते। सुबह जब अस्पताल निकलते हैं तो रात को आने का पता नहीं रहता। जब से कोरोना को लेकर अलर्ट जारी हुआ है तब से पूरी टीम एहतियात के तौर पर लगी हुई है। सभी तत्परता से लगे हैं, उम्मीद एक ही है कि इस जंग को हम जरूर जीतेंगे।

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