ब्यावरा.सिविल अस्पताल के कुष्ठ रोग विभाग में पैरामेडिकल स्टॉफ संदीप बृजपुरिया जिले में सबसे पहले विदेश से आए सिम्प्टोमैटिक यात्री के बाद से ही लगातार स्क्रीनिंग में लगे हुए हैं। वे गली, मोहल्ले और घरों में जाकर भी जन सेवा में डटे हैं। मॉस्क, कैप, सैनिटाइजर इत्यादि के जरिए तमाम प्रकार के जोखिम के बीच वे कर्तव्य के प्रति पीछे नहीं हटते। हमेशा वे लगे रहते हैं। संदीप बताते हैं कि पूरी कॉम्बैक्ट टीम निष्ठा से लगी हुई है। हम लोगों से अपील करते हैं कि कोरोना की गंभीरता को समझे। सीधे हमारे संपर्क में आने वाले लोगों से सबसे ज्यादा खतरा हम फील्ड वर्कर्स को ही रहता है लेकिन कोरोना से जंग लडऩे का जज्बा कर्तव्य के आगे कम नहीं होता।
12 अप्रैल को थी शादी, सारी तैयारियां हो गईं थी लेकिन रद्द कर दी
खुजनेर.देश सेवा का जज्बा लिए पुलिस थाने में कार्यरत आरक्षक कपिल अटारिया 24 १६ घंटे ड्यूटी कर कर्तव्य की मिसाल पेश कर रहे हैं। उनकी शादी 12 अप्रैल को होना थी, संपूर्ण तैयारियां भी परिजनों द्वारा की जा चुकी थी। बावजूद इसके उन्होंने शादी कैंसल कर दी, कोरोना वायरस से फाइट को उन्होंने प्राथमिकता दी। सोमवार को उनकी हल्दी रस्म होनी थी, पुलिस, स्टॉफ, मित्र, रिश्तेदारों में निमंत्रण कार्ड भी बंट चुके थे। लेकिन उन्होंने निर्णय बदला और कहा कि शादी बाद में भी हो जाएगी, पहले राष्ट्र सेवा सर्वोपरी है। इस महामारी से निपटना ही प्राथमिकता है। उन्होंने यार दोस्त स्टॉफ से भी गुजारिश की कर्तव्य ही हमारी प्राथमिकता रहना चाहिए।
नरसिंहगढ़.सिविल मेहताब अस्पताल की पूरी टीम बीएमओ गौरव त्रिपाठी और अन्य तमाम स्टॉफ कोरोना के लिए तैयार हैं। आधी रात को भी वे तमाम इमरजेंसी से निपटने के लिए तैयार रहते हैं। अस्पताल में ही पदस्थ डॉ. प्रशांत सक्सेना बताते हैं कि हम लोग एक्स्ट्रा प्रिकोशंस लेकर चल रहे हैं। देर रात जब भी आते हैं तो पहले घर के बाहर ही बाल्टी से नहाते हैं फिर अंदर जाते हैं ताकि स्वच्छता में कोई कंप्रोमाइज न हो। उनकी आठ माह की बेटी है लेकिन कई बार वे उसे मिल तक नहीं पाते। सुबह जब अस्पताल निकलते हैं तो रात को आने का पता नहीं रहता। जब से कोरोना को लेकर अलर्ट जारी हुआ है तब से पूरी टीम एहतियात के तौर पर लगी हुई है। सभी तत्परता से लगे हैं, उम्मीद एक ही है कि इस जंग को हम जरूर जीतेंगे।