मौके पर आस-पास के गांव वालों ने चक्काजाम कर दिया। उन्होंने कहा कि करीब चार माह पहले बारवां निवासी संजू दांगी भी यहां जान गवां चुका है। उस दौरान भी ग्रामीणों ने चक्काजाम कर यहां क्रॉसिंग बनवाने की मांग की थी। तब तत्कालीन एसडीएम जूही गर्ग ने आश्वासन दिया था और पूरा मामला एनएचएआई को भेज दिया था। लेकिन उनकी ओर से कोई रिस्पांड नहीं आया। आज तक अव्यवस्था कायम है, जिससे हादसे हो रहे हैं। बाद में मौके पर विधायक रामचंद्र दांगी और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे, जिन्होंने दोबारा ग्रामीणों को आश्वासन दिया, तब जाकर करीब दो घंटे बाद जाम खुल पाया। इस बीच फोरलेन के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई, खासी परेशानियों का सामना उन्हें करना पड़ा।
चक्काजाम कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि क्रॉसिंग के लिए हमारी लड़ाई आज की नहीं है, जब से फोरलेन बन रहा है तब से हम मांग कर रहे हैं लेकिन किसी ने एक न सुनी। बारवां जोड़ पर बगल में प्राइमरी स्कूल है और पास में गांव। बावजूद इसके एनएचएआई न क्रॉसिंग नहीं दी। यहां हर दिन खतरा उठाकर छोटे बच्चे आते-जाते हैं, जिससे हमेशा हादसा होने का डर बना रहता है। कई बार स्कूल के चौकीदार बच्चों को इधर से उधर ले जाते हैं। फिर भी हर दिन डर बना रहता है। मौके पर मौजूद देवराज दांगी, लक्ष्मीनारायण दांगी, मोहन बैरागी, बलराम दांगी, संजय सहित अन्य ने मांग की है कि उचित समाधान किया जाए, यदि क्रॉसिंग बनवाकर वहां ब्रेकर की व्यवस्था नहीं की गई तो दोबारा चक्काजाम करेंगे।
खुलवा दिया गया था चक्काजाम
हादसे में दो लोगों की मौत हुई है, हमने टक्कर मारने वाली बस जब्त कर ली है। साथ ही मौके पर पहुंचकर जाम खुलवा दिया था। चालक के खिलाफ केस दर्ज किया है। जहां तक बात क्रॉसिंग की है तो वरिष्ठ अधिकारियों ने संबंधित विभाग को सूचित कर दिया है।
-आदित्य सोनी, प्रभारी, देहात थाना, ब्यावरा