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लॉक डॉउन में गड़बड़ाई वसूली को लेकर बिजली कंपनी सख्त, पहले योजना में राहत दी, अब उमसभरी गर्मी में काट रहे कनेक्शन

locationराजगढ़Published: Jul 01, 2020 08:01:06 pm

लॉक डॉउन का असर बिजली कंपनी पर सर्वाधिकजिलेभर में लॉक डॉउन के दौरान रहे बकाया वसूलने बिजली कम्पनी की सख्ती, एक ही दिन में काटे 150 कनेक्शन

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लॉक डॉउन में गड़बड़ाई वसूली को लेकर बिजली कंपनी सख्त, पहले योजना में राहत दी, अब उमसभरी गर्मी में काट रहे कनेक्शन,ब्यावरा.शहर के विभिन्न क्षेत्रों में कनेक्शन काटते बिजली कंपनी के कर्मचारी।

ब्यावरा.लॉक डॉउन (lock down) अवधि में आए एवरेज बिलों के बाद हाल ही में मप्र शासन (mp govt) द्वारा दी गई राहत में 400 रु. के बिल वालों को 100 ही रुपए जमा करना है। भले ही राहत आम उपभोक्ताओं को मिल गई हो लेकिन इसकी भरपाई के लिए कंपनी ने वसूली को लेकर भी सख्ती बढ़ा दी है। इसमें एक हजार से अधिक वाले तमाम प्रकार के बकायादारों के कनेक्शन काटे जा रहे हैं। जरूरतमंदों और 100 यूनिट तक खर्च करने वालों के लिए भाजपा इसे राहतभरी योजना बता रही है वहीं, कांग्रेस उप-चुनाव की रणनीति इसे मान रही है।
ब्यावरा सहित जिले के विभिन्न कस्बों और गांवों में भी बिजली कंपनी की यह सख्ती जारी है। इसके पीछे प्रमुख वजह लॉक डॉउन के दौरान गड़़बड़ाई वसूली को माना जा रहा है। वसूली गड़बड़ा जाने के कारण पिछली बार 20 में से डेढ़ करोड़ ही जमा हो पाए थे, अब इस माह में वसूली में बढ़ोतरी हुई है। इसके लिए बिजली कंपनी अपने कर्मचारियों पर सख्ती करने के साथ ही उमस भरी गर्मी में भई तमाम उपभोक्ताओं को नहीं बख्श रही है। इस बीच कई लोग मनमानी रीडिंग के साथ आए बिलों को लेकर भी सामने आ रहे हैं, जिसे लेकर काफी कहासुनी की स्थिति बन रही है।

छह टीमों ने पूरे शहर में सर्चिंग कर काटे 150 कनेक्शन
बिजली कंपनी ने बुधवार को प्लॉनिंग के साथ छह टीमें गठित कीं, जिनका नेतृत्व एई और जेई ने किया। शहर के विभिन्न हिस्सों मे उक्त टीमों ने कार्रवाई की, जिनका भी बिल एक माह से अधिक एक हजार रुपए का पाया गया उन पर कार्रवाई की गई। कनेक्शन काट दिया और हाथोंहाथ जमा करने की भी हिदायत दी। इस दौरान कई गह बिल की रिडिंग, मनमाने बिलों को लेकर विवाद की स्थिति भी बनीं। साथ ही जिस एरिया में डिस्क्नेक्ट किया गया वहां की गई बार-बार की कटौती से भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान बिजली कंपनी की छह ही टीमों ने दिनभर में करीब 150 कनेक्शन काटे। सभी पर एक हजार से अधिक बकाया था। इस दौरान एई ग्रामीण उमेश विश्वकर्मा, जेई एम. के. मिश्रा, नीरज मल्हौत्रा, पवनसिंह, प्रीतेश ठाकरे सहित अन्य मौजूद रहे।

वसूली में देरी पर लिखित स्पष्टीकर मांग रहे
जनता पर मनमाने बिलों के बोझ के साथ ही बिजली कंपनी अपने अधिनस्थ कर्मचारियों पर भी सख्ती कर रही है। संबंधित बिलों का समय पर भुगतान नहीं होने की स्थिति में उनसे लिखित में स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। यानि यदि किसी जेई, एई के क्षेत्र में वसूली पर्याप्त नहीं होती है तो उन्हें ही इसका लिखित जवाब देना होगा, साथ ही उन पर निकट भविष्य में कार्रवाई की चेतावनी भी एमडी स्तर के अधिकारी दे रहे हैं।
वसूली को लेकर सख्ती की गई है
वसूली को लेकर हमने सख्ती की है, इसमें टारगेट है कि एक हजार से अधिक बकाया वालों से वसूली की जाए, नहीं देने पर कनेक्शन काटे जाएं। जहां तक बात योजना के दायरे की है तो शासन ने जो तय गाइड लाइन दी है उसी हिसाब से यह लागू होगी।
-भानु तिवारी, एई, एमपीईबी, ब्यावरा
राहत नहीं चुनावी रणनीति है
जिस 100 यूनिट में राहत की बात भाजपा की सरकार कर रही है वह नाम मात्र की राहत है। सिर्फ आंकड़ों की बाजीगरी है। आने वाले उप-चुनाव को लेकर जनता को भाजपा प्रलोभन देना चाहती है, यही सच्चाई भी है।
-प्रियव्रत सिंह, पूर्व मंत्री और विधायक, मप्र शासन

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