पूरे ट्रेक पर ट्रेनें चालू हो जाएंगी
फिलहाल जब तक पचोर के आगे का काम नहीं होता तब तक वहां से आगे पैसेंजर या अन्य ट्रेनों में फिलहाल इलेक्ट्रिक इंजीन नहीं लगेगा। इंजीन बदलने में लगने वाले समय के कारण फिलहाल पैसेंजर ट्रेनों को इससे दूर रखा है लेकिन एक सिंतबर से चालू हो चुके पूरे ट्रेक पर ट्रेनें चालू हो जाएंगी। बता दें कि ट्रेक पर बिजली सप्लाई पहले ही शुरू की जा चुकी है, जिससे पचोर, ब्यावरा सहित अन्य स्टेशनों के पैनल जोड़ दिए गए हैं। इन पैनल्स से अब लोकल सप्लाई पूरी तरह से बंद कर दी गई है।बता दें कि इलेक्ट्रिक लाइन पूरी तरह से चालू होने के बाद उक्त ट्रेक पर पैसेंजर के साथ ही मालगाडिय़ों की संख्या में भी इजाफा होगा।
रोजाना ब्लॉक, पचोर से आगे के काम आई तेजी
बचे हुए पचोर से मक्सी के बीच के काम में अब तेजी आई है। इसके लिए रोजाना ब्लॉक लिया जा रहा है। मंगलवार को भी तीन घंटे का ब्लॉक लेकर ओएचई यान द्वारा काम किया जा रहा था। बचे हुए काम को पूरा करने का लक्ष्य जनवरी-२०२० रखा गया है। इसके बाद पूरे ट्रेक पर बिजली वाली ट्रेनें दौडऩें लगेंगी। वर्तमान में पोल लगाने के साथ ही तार फैलाने का काम पचोर के आगे वाले हिस्से में दिन-रात में किया जा रहा है।
फैक्ट-फाइल
-141.22 करोड़ का है इलेक्ट्रिफिकेशन प्रोजेक्ट।
-80 फीसदी काम पूरा हुआ।
-01 सिंतबर से दौड़ेगा इलेक्ट्रिक इंजीन।
-12 से अधिक ट्रेनों के बढऩे के आसार।
-2020-जनवरी में काम पूरा करने का लक्ष्य।
एक सितंबर से चलने लगेंगी ट्रेनें
एक सितंबर से इलेक्ट्रिक इंजीन दौड़ाने का सर्कुलर आया है। इसमें पहले चरण में मालगाडिय़ों को पचोर तक ले जाया जाएगा। इंजीन बदलने में समय अधिक लगता है इसलिए फिलहाल पैसंजर ट्रेनें यथावत रहेंगी।
-चंद्रभूषण कुमार, स्टेशन मास्टर, ब्यावरा