आयोजन के शुभारंभ में मुख्य अतिथि के रूप में प्रशिक्षु आईएएस अंकिता धाकड़े और जनपद सीईओ रोशाली पोरस मौजूद थीं। यहां धाकड़े ने बच्चों को उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि खुद में हौसला होना चाहिए। कोई भी लक्ष्य ऐसा नहीं है, जिसे हम पा नहीं सकते। उन्होंने दिव्यांगों के कुछ उदाहरण दिए जो बड़े-बड़े पदों पर अपनी लगन और मेहनत के कारण बैठे हैं। समापन में कलेक्टर कर्मवीर शर्मा पहुंचे।
जिन्होंने विजेता रहे बच्चों को पुरस्कृत किया और हौसले के लिए उन्हें ट्रॉफियां दीं। आयोजन के दौरान डीईओ जयश्री पिल्लई, डीपीसी केके नागर, एसीईओ केपी राज आदि मौजूद थे। विकलांग दिवस पर ऐसे कर्मचारी जो दिव्यांग हैं और अलग-अलग क्षेत्र में काम कर रहे हैं, उनके सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सक्षम समदृष्टि क्षमता विकास मंडल द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. ओपी त्रिपाठी, इंजीनियर प्रतापसिंह सिसोदिया, डॉ. एके मल्य और मधु बहन मौजूद थीं। संचालन गौरव चौरसिया ने किया, जबकि सम्मानित हुए कर्मचारियों में शैलेन्द्र सोलंकी, उषा विजयवर्गीय, रीना इंगले, सुलोचना बनावड़े, सुरेन्द्र जाटव, पप्पूलाल, रतनबाई, जगदीश वर्मा, दीपक गुप्ता, सुनिता गुप्ता, हेमलता गुप्ता, सावित्री, संतोष चौहान, प्रखर गुप्ता, मांगीलाल शर्मा, प्रीति विजयवर्गीय, राजेश विश्वकर्मा, राजेश परिहार आदि शामिल थे।
ये रहे प्रथम
प्रतियोगिता विजेता
मेहंदी- उर्मिला खिलचीपुर
गोला फेंक – नीरज राजगढ़
गोला फेंक- दीपक शर्मा ब्यावरा
भाला फेंक ईशान बरोड़े ब्यावरा
गोला फेंक बालिका- भारती मेवाड़े
दौड़ 14 साल- पूजा हीरापुरा
दौड़ 12 साल- राजेश वर्मा
दौड़ 18 साल- नीरज सेन राजगढ़
रंगोली- उर्मिला खिलचीपुर
चित्रकला- उर्मिला मालवीय
चित्रकला बालक- कमल वर्मा सारंगपुर