हालात यह है कि भरी सर्दी में भी लोगों को आठवें दिन पानी मिल रहा है। जिससे लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, शहर के अधिकांश क्षेत्र में इन दिनों जल सप्लाई गड़बड़ाई हुई है। जिससे लोगों को पीने का पानी तक नहीं मिल पा रहा है।
बतां दे कि शहर में पानी की किल्लत की यह नई बात नहीं है। लंबे समय से यह फजीहत है लेकिन शासन, प्रशासन द्वारा करोड़ों रुपए महज पानी के नाम पर खर्च कर देने के बावजूद लोगों को पीनी की किल्लत से निजात नहीं मिल पा रही है। इसके अलावा नई पाइप लाइन से भी नागरिकों को राहत नहीं मिल पाई है। जगह-जगह लाइन लीकेज हो जाने के कारण लोगों की समस्या खत्म होने के बजाए बढ़ गई है।
10 करोड़ की लाइन, लाखों रुपए का डीजल टैंकरों में फूंका, फिर भी किल्लत
आश्चर्य की बात यह है कि नगर पालिका परिषद में लाखों रुपए का डीजल महज टैंकरों की सप्लाई में खर्च कर दिए जाते हैं। 10 करोड़ की लाइन तीन साल से डाली जा रही है फिर भी समस्याएं जस की तस है।
लोगों को जरूरत तो दूर पीने तक का पानी समय पर नहीं मिल पा रहा है। लोग इधर-उधर की सार्वजनिक टंकियों और निजी ट्यूबवेल से पानी लाने को मजूबर हैं। खास बात यह है कि नपा का कोई भी जिम्मेदार इसे गंभीरता से नहीं लेता। पानी के लिए शहर के राजगढ़ रोड, कृष्णपुरम कॉलोनी, स्वरूप नगर, सुठालिया बाइपास, विश्वनाथ कॉलोनी, विनायक नगर, रेल्वे स्टेशन कॉलोनी सहित अन्य प्रमुख कॉलोनियों में पानी की किल्लत बनी हुई है।
नागरिक बोले- किसी ने मूल सुविधा पर ध्यान नहीं दी
हर दिन महिलाओं को पानी की दिक्कत हो रही है। कोई इस पर ध्यान ही नहीं दे रहा। नगर पालिका जनता की मूल सुविधा पर ध्यान देना ही नहीं चाहती। सालों से यहां के लोग पानी के लिए परेशान हैं लेकिन कोई गंभीर नहीं है।
– इंदिरा तिवारी, रहवासी, कृष्णपुरम कॉलोनी, ब्यावरा
एक दिन पहले महज 10 मिनट के लिए नल चले थे और फिर बिना कारण बंद हो गए। शुक्रवार सुबह आठवें दिन पानी आया तब जाकर थोड़ी दिक्कत कम हुई। लेकिन यह समस्या लंबे समय से कामय है, जिस पर कोई ध्यान नहीं देता।
– शिवनारायण शर्मा, रहवासी, राजगढ़ रोड, ब्यावरा
थोड़ी दिक्कतें आई, अब नहीं होगी
कुछ मोटर पम्प जल जाने और सप्लाई व्यवस्था गड़बड़ाने से दिक्कत आई थी, जिसे दूर कर लिया जाएगा। अब दिक्कत नहीं होगी। रही बात पाइप लाइन की तो हमने संबंधित ठेकेदार को नोटिस दिया हुआ है, लीकेज वह सुधारेगा।
– इकरार अहमद, सीएमओ, नपा, ब्यावरा