जानकारी मिलने पर शनिवार सुबह 10 बजे के दरमियान पत्रिका टीम हाईस्कूल से सटे परीक्षा कक्ष में पहुंची। जहां पूर्व में स्कूल में अतिथि शिक्षक रहा मोहनलाल किरार ब्लैक बोर्ड पर प्रश्रों के उत्तर लिख रहा था। वही परीक्षा हाल में बैठे करीब दो दर्जन परीक्षार्थी उत्तरों को अपनी उत्तरपुस्तिका में नोट कर रहे थे।
मौके पर पहुंची पत्रिका टीम को देखकर अतिथि शिक्षक बोर्ड पर लिखे उत्तरों को मिटाकर, तुंरत चंपत हो गया। तो परीक्षार्थी बच्चे भी घबरा गए। वही स्कूल के आफिस में बैठकर गपशप कर नियमित शिक्षक मांगीलाल यादव और विष्णु प्रसाद कुशवाह ने आकर परीक्षा कक्ष का मोर्चा संभाला। स्कूल में चल रही इस सामूहिक नकल के संबंध में जब पत्रिका ने उनसे बातचीत करनी चाही, तो उन्होंने मामले में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।
इनका कहना है ..
मेरी ड्यूटी लिम्बोदा के बालक प्राइमरी, कन्या प्राइमरी और मीडिल स्कूल, तीन अलग-अलग केन्द्रों पर थी। मेरे वहां पहुंचने तक ऐसा कुछ नहीं हो रहा था। परीक्षा हाल के किस केंद्र में ऐसा चल रहा था, मुझे इसकी जानकारी नहीं है।
-उपासना दीक्षित, केन्द्राध्यक्ष मीडिल एवं प्राइमरी स्कूल लिम्बोदा
नकल करना और करवाना दोनों ही अपराध हैं। अगर ऐसा हुआ है, तो दोषियों पर कार्रवाई होगी।
-शिवलाल मालवीय, बीआरसी राजगढ़
सभी स्कूलों के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त हैं, संबंधितों से जानकारी लेती हूं। यदि स्कूल में ऐसा कुछ हुआ है, तो सख्ती के साथ कार्रवाई की जाएगी।
-ममता खेड़े, एसडीएम राजगढ़