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इंदौर-अमृतसर एक्सप्रेस ट्रेन में जो कोच है ही नहीं उसमे भी रेलवे ने कर दिया रिजर्वेशन- यात्रियों की फजीहत

locationराजगढ़Published: Nov 11, 2019 02:42:16 pm

-ट्रेन में एस-11 तक कोच, रिजर्वेशन एस-12 के भी, स्टेशन पर यात्रियों की फजीहत-कई दिनों से कन्फ्यूज हैं यात्री, कोच है ही नहीं लेकिन ऑनलाइन शो कर रहा, स्टेशन पर यात्रियों को हुई दिक्कत

इंदौर-अमृतसर एक्सप्रेस ट्रेन में जो कोच है ही नहीं उसमे भी कर दिया रिजर्वेशन- यात्रियों की फजीहत

इंदौर-अमृतसर एक्सप्रेस ट्रेन में जो कोच है ही नहीं उसमे भी कर दिया रिजर्वेशन- यात्रियों की फजीहत

ब्यावरा@राजेश विश्वकर्मा की रिपोर्ट…

मक्सी-रुठियाई रेल्वे ट्रेक से होकर गुजरने वाली महत्वपूर्ण साप्ताहिक ट्रेन अमृतसर-इंदौर एक्सपे्रस (19325) में यात्रियों को काफी फजीहत ब्यावरा स्टेशन पर हुई। यहां एक दिन पहले रात करीब साढ़े आठ बजे पहुंची ट्रेन में चढऩे के लिए यात्री कोच को लेकर परेशान होते रहे।
दरअसल, ट्रेन में एस-12 कोच है ही नहीं और रेल्वे ने उसके नंबर भी टिकिट पर अलॉट कर दिए। जब वे स्टेशन पहुंचे तो कुछ मिनट पहले उनके पास मैसेज आया और एस-11 में ही उन्हें एडजस्ट किया गया। ऐसे में महज दो मिनट के स्टॉपेज वाली उक्त साप्ताहिक एक्सप्रेस गाडि़य़ों में यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
स्टेशन मास्टर की मानें तो कुछ माह से ऐसी दिक्कत आ रही है, यह ऑनलाइन ही व्यवस्था है, हमारे स्तर का कुछ नहीं है। ट्रेन के स्लीपर क्लास में यह दिक्कत आई है। ट्रेन से एस-12 कोच कभी का हटाया जा चुका है बावजूद इसके उसमें भी टिकिट अलॉट कर यात्रियों को गुमराह कर दिया गया। हालांकि रेल्वे द्वारा बाद में कन्फर्म टिकिट्स को इधर-उधर एडजस्ट किया गया लेकिन इसक तकनीकि खामी के कारण वे परेशान होते रहे।
इंदौर-अमृतसर एक्सप्रेस ट्रेन में जो कोच है ही नहीं उसमे भी कर दिया रिजर्वेशन- यात्रियों की फजीहत
दर्जनभर यात्री इधर से उधर भटकते रहे
इंदौर से ट्रेन स्टॉर्ट होने के बाद रास्ते में पड़े तमाम स्टेशनों पर यात्रियों की फजीहत हुई। शाजापुर, मक्सी, ब्यावरा में करीब दर्जनभर वे यात्री परेशान होते रहे जिनके टिकिट पहले ही कन्फर्म होते रहे। यात्रियों ने पत्रिका को बताया कि हम जैसे ही स्टेशन पहुंचे तो रेल्वे की ओर से इमरजेंसी मैसेज आया लेकिन स्टेशन की भीड़ में हम उसे देख नहीं पाए।
साथ ही जब दो मिनट के स्टॉपेज में कोच को ही ढूंढ़ते रहे, जब ट्रेन का सिग्नल हो गया तो भाग-दौड़कर एस-11 और अन्य कोच में एडस्ट हुए। बाद में अलग-अलग कोच में हमें सीटें मिलीं।
रेल्वे ने माना महीनेभर से है दिक्कत
उक्त ट्रेन में एस-12 कोच को लेकर करीब महीनेभर से ऐसी दिक्कत आ रही है। लोग स्टेशनों पर कोच को ढूंढ़ते रहते हैं। रेल्वे के स्थानीय अधिकारियों ने इस बात को स्वीकारा भी है। वहीं, जब कन्फर्म रिजर्वेशन हो जाता है तो चार्ट बन जाने के बाद आखिर में उन्हें एडजस्ट किया जाता है। इससे पूरे समय यात्री कन्फ्यूज होते रहते हैं।

जबरन दूसरे कोच में चढ़े
अमृतसर हम निजी काम के लिए जा रहे थे, कई दिन पहले ही हमने रिजर्वेशन करवा लिया था। बकायदा एस-12 में हमें लोअर बर्थ की सीट क्रमांक-एक मिली थी। जब ट्रेन के पास पहुंचे तो पता चला यहां कोच ही नहीं है। बाद में एस-11 में जैसे-तैसे बैठे।
– वीडी बैरागी, स्टेशन पर मिले यात्री, निवासी शाजापुर
कुछ दिन से है दिक्कत
कोच कम होने या हटाने की सूचना हमें नहीं है। जहां तक यात्रियों की परेशानी की बात है तो उन्हें ऑनलाइन अलॉटमेंट होता है तब वे स्टेशन पहुंचते हैं। यह परेशानी हम वरिष्ठ कार्यालय को भेजेंगे।
– पीएस मीना, स्टेशन मास्टर, ब्यावरा
पहले था एस-12 कोच
इस ट्रेन में पहले एस-12 कोच था, जिसकी अपडेट ऑनलाइन अभी भी दर्शा रही है। जहां तक बात यात्रियों की परेशानी की है तो हम बात करते हैं, ऑनलाइन उसे अपडेट करवाकर ठीक करवाएंगे।
– जितेंद्र कुमार जयंत, पीआरओ, पश्चिम मध्य रेल्वे, रतलाम

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