इंदौर से ट्रेन स्टॉर्ट होने के बाद रास्ते में पड़े तमाम स्टेशनों पर यात्रियों की फजीहत हुई। शाजापुर, मक्सी, ब्यावरा में करीब दर्जनभर वे यात्री परेशान होते रहे जिनके टिकिट पहले ही कन्फर्म होते रहे। यात्रियों ने पत्रिका को बताया कि हम जैसे ही स्टेशन पहुंचे तो रेल्वे की ओर से इमरजेंसी मैसेज आया लेकिन स्टेशन की भीड़ में हम उसे देख नहीं पाए।
उक्त ट्रेन में एस-12 कोच को लेकर करीब महीनेभर से ऐसी दिक्कत आ रही है। लोग स्टेशनों पर कोच को ढूंढ़ते रहते हैं। रेल्वे के स्थानीय अधिकारियों ने इस बात को स्वीकारा भी है। वहीं, जब कन्फर्म रिजर्वेशन हो जाता है तो चार्ट बन जाने के बाद आखिर में उन्हें एडजस्ट किया जाता है। इससे पूरे समय यात्री कन्फ्यूज होते रहते हैं।
अमृतसर हम निजी काम के लिए जा रहे थे, कई दिन पहले ही हमने रिजर्वेशन करवा लिया था। बकायदा एस-12 में हमें लोअर बर्थ की सीट क्रमांक-एक मिली थी। जब ट्रेन के पास पहुंचे तो पता चला यहां कोच ही नहीं है। बाद में एस-11 में जैसे-तैसे बैठे।
– वीडी बैरागी, स्टेशन पर मिले यात्री, निवासी शाजापुर
कोच कम होने या हटाने की सूचना हमें नहीं है। जहां तक यात्रियों की परेशानी की बात है तो उन्हें ऑनलाइन अलॉटमेंट होता है तब वे स्टेशन पहुंचते हैं। यह परेशानी हम वरिष्ठ कार्यालय को भेजेंगे।
– पीएस मीना, स्टेशन मास्टर, ब्यावरा
इस ट्रेन में पहले एस-12 कोच था, जिसकी अपडेट ऑनलाइन अभी भी दर्शा रही है। जहां तक बात यात्रियों की परेशानी की है तो हम बात करते हैं, ऑनलाइन उसे अपडेट करवाकर ठीक करवाएंगे।
– जितेंद्र कुमार जयंत, पीआरओ, पश्चिम मध्य रेल्वे, रतलाम