राजगढ़

तीन माह पहले बंधक जमीन पर नहीं दी ऋण राशि, अब तक भटक रहे किसान

– फसलों के सीजन के पूर्व केसीसीके लिए आवेदन किया था।
– जिसके बाद बैंक ने दस्तावेज तैयार कर उनकी जमीन को तो बंधक कर लिया।
– लेकिन इसके बाद केसीसी के लिए मिलने वाली राशि आज तक किसानों के खाते में नहीं पहुंची है।

राजगढ़Jan 15, 2020 / 01:06 pm

दीपेश तिवारी

राजगढ़@प्रकाश विजयवर्गीय की रिपोर्ट…
फसलों के मौसम में किसानों को खाद बीज आदि व्यय की राशि समय से मिल सके इसके लिए शासन द्वारा केसीसी ऋण की व्यवस्था कर रखी है। लेकिन बैंको की मनमानी के कारण किसानों की सुविधा के लिए की गई यह व्यवस्था उनके लिए परेशानी बन रही है।
मामला इलाहबाद बैंक की पचोर शाखा का है जहां रबी फसलों के सीजन के पूर्व केसीसीके लिए देवी सिंह मालवीय रायपुरिया, शिवजीराम वर्मा रामपुरिया, रोडमल वर्मा, गिरवर सिंहधाकड़ मोहरीमोटी आदिन ने आवेदन किया था। जिसके बाद बैंक ने दस्तावेज तैयार कर उनकी जमीन को तो बंधक कर लिया।
लेकिन इसके बाद केसीसी के लिए मिलने वाली राशि आज तक किसानों के खाते में नहीं पहुंची है। जिसके कारण अपनी जमीन बैंक के पास बंधक रख चुके किसान राशि के लिए आए दिन बैंक के चक्कर का लगा रहे है। लेकिन वहां से उन्हें कोई संतोषप्रद जवाब देना तो दूर रोज नए नए कारण बताकर बैरंग लौटाया जा रहा है।
इससे परेशान होकर सभी किसान मंगलवार को राजगढ़ पहुंचे जहां उन्होंने कलेक्टर के नाम शिकायत करते हुए बैंक मैनेजर द्वारा अनाश्यक रूप से परेशान करने ओर ऋण को बदले अवैध आर्थिक मांग की शिकायत की। किसानों के अनुसार उनकी तरह आसपास के अन्य गांवो के किसान भी बैंक प्रबंधन के इस रवैये के कारण परेशान है।
ऐसे समझें-

फसलों के सीजन के पूर्व केसीसीके लिए देवी सिंह मालवीय रायपुरिया, शिवजीराम वर्मा रामपुरिया, रोडमल वर्मा, गिरवर सिंहधाकड़ मोहरीमोटी आदिन ने आवेदन किया था। जिसके बाद बैंक ने दस्तावेज तैयार कर उनकी जमीन को तो बंधक कर लिया। लेकिन इसके बाद केसीसी के लिए मिलने वाली राशि आज तक किसानों के खाते में नहीं पहुंची है।

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