जबकि दुकान पर उनका पुत्र गिरिराज गुप्ता मौजूद था। शाम करीब सात बजे गिरिराज ने दुकान बंद की और कर्मचारी के साथ घर लौट आया। रात करीब एक बजे बाजार की गश्त के दौरान गोरखा (नेपाली सुरक्षाकर्मी) ने गिरिराज गुप्ता को उनकी दुकान का ताला टूटा होने की जानकारी दी। जिसके बाद गिरिराज ने पुलिस और परिवार को घटना की सूचना देते हुए मौके पर बुला लिया। मौके पर जाकर देखा तो दुकान की शटर एक और से ऊंची थी। जबकि दुकान में एक स्टील के डब्बे में रखे पांच लाख रूपए नगदी और दो तोला सोना के जेवर गायब थे।
कर्मचारी को उठाकर की पूछताछ
चोरो ने शटर उठाकर दुकान में नगदी से भरे डब्बे के अलावा अन्य कोई चीज नहीं चुराई। ऐसे में पुलिस को शक हुआ कि यह काम किसी परिचित का है। ऐसे में पुलिस ने परिजनों के साथ सेमलीकलां गांव पहुंच दुकान के कर्मचारी को संदेह के आधार पर उठा लिया। कर्मचारी एक महीने पहले ही दुकान पर लगाया गया था। इधर रविवार दोपहर राजगढ़ से पहुंची डाग स्कावड की टीम ने भी दुकान का निरीक्षण कर चोरो सुराग लगाने का प्रयास किया। हालांकि शाम तक इस संबंध में पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली थी।
मंडी रोड स्थित एक दुकान में चोरी की घटना सामने आई है, मामला पंजीबद्ध कर फिंगरप्रिंट और डागस्कावड के माध्यम से चोरो का पता लगाने का प्रयास कर रहे है। दुकानदार के नौकर से भी पूछताछ की जा रही है। जल्द ही मामले का खुलासा करने का प्रयास है।
एसएन मिश्रा थाना प्रभारी खिलचीपुर