scriptपूर्व सांसद का ट्वीट- अभियान चलाकर सूदखोरों को गिरफ्तार करें, एसपी की दो टूक- छोड़ेंगे नहीं! | Former MP's tweet- Arrest the usurers by running a campaign | Patrika News

पूर्व सांसद का ट्वीट- अभियान चलाकर सूदखोरों को गिरफ्तार करें, एसपी की दो टूक- छोड़ेंगे नहीं!

locationराजगढ़Published: Jun 29, 2021 06:57:08 pm

मामला सूदखोरी से आत्महत्या का, मृतक के दूसरे साथी की पचोर में मौत सुसाइड नोट मिलते ही सूदखोर को गिरफ्तार किया, दूसरे मामले में भी जीआरपी दर्ज करेगी मुकदमा

br3006-305.jpg
ब्यावरा.सूदखोरी के कारण ब्यावरा की होटल में जान देने वाले युवक के अलावा उसके साथी ने भी पचोर में आत्महत्या कर ली। रेलवे स्टेशन परिसर में उसका शव मिला। उसके हाथ पर भी लिखे सुसाइड नोट में आरोपी राजेश भारती का नाम लिखा हुआ है। इधर, पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है।
सूदखोरों की प्रताडऩा से तंग दो लोगों की जान जाने के बाद क्षेत्र के पूर्व सांसद और चांचौड़ा विधायक लक्ष्मणसिंह ने ट्वीट कर प्रदेश में सूदखोरों के खिलाफ अभियान चलाने की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि राजगढ़ के पचोर में दो लोगों द्वारा सूदखोरों के आतंक से परेशान होकर आत्महत्या करना बेहद दुखद है। प्रदेशभर में अभियान चलाकर सूदखोरों की गिरफ्तारी की मांग करना चाहिए। इधर, एसपी प्रदीप शर्मा ने दो टूक कहा है कि ऐसे किसी भी मामले में हम सूदखोरों को छोड़ेंगे नहीं। 24 घंटे में हमने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने जनता से अपील की है कि कोई भी सूदखोर यदि आप पर दबाव बनाता है तो संबधित थाने जाएं वहां अपनी परेशानी बताएं। आपको न सिर्फ मुफ्त विधिक सहायता मिलेगी बल्कि मामले में कार्रवाई भी की जाएगी। फिलहाल मामले के मुख्य आरोपी सूदखोर राजेश उर्फ हरीश भारती निवासी पचोर के खिलाफ पुलिस ने धारा-306, 3/4 मप्र ऋणियों से संरक्षण अधिनियम-1937 के तहत मामल दर्ज किया है। आरोपी को गिरफ्तार कर पीआर पर ब्यावरा पुलिस ने लिया है।
सूदखोरी की खौफ ऐसा कि दहशत में चली गई दूसरे की जान
नारायणसिंह नागर निवासी हरलाई का शव दोपहर में ब्यावरा में मिला। वहीं, उसके एक अन्य साथी की जान पचोर में दहशत में ही चली गई। जांच में होटल के सीसीटीवी में उसका एक साथी और दिख रहा है। वह नारायणसिंह की बाइक लेकर पचोर गया। फिर रात में रेलवे स्टेशन चला गया। वहां सुबह रामबिलास सेन (४५) निवासी आनंद नगर कॉलोनी का शव मिला। उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हालांकि उसने जहरीला पदार्थ नहीं खाया। डॉक्टर्स का कहना है कि उसकी मौत दहशत में हुई है। मामला पचोर थाने में शून्य पर कायम कर जीआरपी ब्यावरा को सौंपा गया है। उसके हाथ पर भी राजेश भारती का नाम लिखा हुआ है, पसीने और पानी के कारण कुछ हिस्सा मिट गया।
चिटफंड कंपनियों में निवेशकों को देने लिए थे थी उधारी
केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने मामले की जांच की तो सामने आया कि मृतक नारायण सिंह ने कुछ चिटफंड कंपनिों में रुपए निवेश किए थे, कंपनी का रुपया डूब गया और निवेशक दबाव बना रहे थे। राजेश भारती से ब्याज पर रुपए लेकर कर्ज चुकाता रहा। इस कर्ज को उतारने किश्तों में उसने रुपए दिए। सूदखोर भारती ने ब्याज की दर बढ़ाकर अधिक रुपयों की मांग की और जल्दी देने का दबाव बनाया। इसी से तंग आकर उसने जान दे दी। सुसाइड नोट में भी यही लिखा है कि राजेश भारती की प्रताडऩा से ही जान दे रहा हूं।
…और यूं बनाया सूदखोर ने दबाव, 13 एकड़ जमीन करा ली थी नाम
सूदखोर पहले मृतक को जरूरत के हिसाब से रुपए देता रहा। फिर नहीं चुका पाने के दौरान दबाव बनाया। ब्याज का ब्याज भी उससे वसूला, ऐसी ही लिखा पड़ी की। पुलिस ने बताया कि उसने नारायणसिंह से नौ लाख रुपए की उधारी के लिए 13 एकड़ खेत अपने नाम लिखवा लिया था, जिसे उसने कब्जे में भी ले लिया। हालांकि इस मामले की जानकारी मृतक के कुछ ही परिजनों को है। इसलिए वे विस्तार से पुलिस को नहीं बता पाए।

ट्रेंडिंग वीडियो