scriptरोड नहीं बन रहा तो मरम्मत ही करवा दो, धूल से तो बचेंगे लोग | Get the repair done if the road is not built, people will be saved | Patrika News

रोड नहीं बन रहा तो मरम्मत ही करवा दो, धूल से तो बचेंगे लोग

locationराजगढ़Published: Feb 24, 2020 07:15:32 pm

-अस्पताल रोड से निकलने वालों की प्रशासन से गुहार-एसडीएम द्वारा सख्त निर्देश दे देने के बावजूद रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा काम, परेशानी कायम

 सिविल अस्पताल रोड

रोड नहीं बन रहा तो मरम्मत ही करवा दो, धूल से तो बचेंगे लोग

ब्यावरा.महज 650 मीटर के रोड के लिए करीब दो से तीन साल से परेशान सिविल अस्पताल रोड के राहगीरों ने प्रशासन से सीधे गुहार लगाई है। नागरिकों और वाहन चालकों का कहना है कि रोड तो आप लोग बनवा नहीं पा रहे हो लेकिन इसकी मरम्मत ही करवा दो ताकि गड्ढे ठीक हो जाएं और धूल से थोड़ी निजात मिल पाए।
दरअसल, हाल ही में आए एसडीएम संदीप अस्थाना द्वारा सख्त निर्देश दिए जाने के बावजूद अस्पताल रोड के काम को रफ्तार नहीं मिल पा रही है। उसी पुराने रोड पर लीपापोती करने में ठेकेदार लगा हुआ है। आधे हिस्से का काम तो ही अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। करीब तीन करोड़ की लागत से बनाए जा रहे उक्त रोड का काम टेंडर के डेढ़ साल बाद भी पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। औपचारिक तौर पर ठेकेदार ने अंहिसा द्वार की ओर से काम शुरू किया है लेकिन वह भी पूरा नहीं हो पा रहा है। जगह-जगह खुदाई कर गिट्टी डाली गई है लेकिन मशीनरी के अभाव और के प्रति गंभीरता नहीं होने के कारण काम ही नहीं हो पा रहा। बता देें कि जितने हिस्से में थोड़ा बहुत रोड बना है उसे छोड़कर बाकी जगह गड्ढे और धूल ही जमा है। जिससे आए दिन हादसों का डर बना रहता है। अजनार पुल और इसके आस-पास तो हालत बेहद दयनीय है। बड़े-बड़े गड्ढों में वाहनों के पलटने का अंदेशा बना रहता है।

राहगीर बोले- धूल और गड्ढे बढ़ा रहे परेशानी
रोजाना इस रोड से निकलते हैं जिससे आए दिन हादसे का डर बना रहता है। जगह-जगह हो रहे गड्ढों में बाइक फिसलने की स्थिति निर्मित होती है।
-लखन सौंधिया, राहगीर, अस्पताल रोड, ब्यावरा
अजनार के पुल के पास ही हमारी दुकान है जहां बड़े-बड़े गड्ढे हो रहे हैं। इन गड्ढों के कारण हादसों का डर बना हुआ है। रोज उडऩे वाली धूल भी खतरनाक हो रही है।
-असलम खान, दुकानदार, अस्पताल रोड, ब्यावरा
रोड हम बाजार जाते हैं जिससे कई बार हमें इस रोड को छोड़कर बाइपास से होकर जाना पड़ता है। सालभर से अधिक समय से हम ये परेशानी झेल रहे हैं।
-गोपाल चंद्रवंशी, राहगीर, कचनारिया
कई बार जिम्मेदारों को बताया लेकिन कोई नहीं सुनता। इसी रोड के गड्ढों और पत्थरों के बीच मेरी बाइक फिसल चुकी है, जिससे हम चोटिल हो चुके हैं।
-सुनील भार्गव, रहवासी, निवासी कर्मचारी कॉलोनी, ब्यावरा
काम चल रहा है
मैंने जब से बोला है ठेकेदार काम कर रहा है। कहीं कोई लेटलतीफी और अनदेखी नहीं बरती जाने दी जाएगी। मैं ठेकेदार को बोलकर फिर से काम दिखवाता हूं।
-संदीप अस्थाना, एसडीएम, ब्यावरा

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