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सरकारी बिल्ंिडगों में रखें प्याज, मंडी प्रबंधन शुरू करवाए तोल

locationराजगढ़Published: Jun 25, 2017 10:26:00 pm

Submitted by:

veerendra singh

कृषि उपज मंडी परिसर में निरीक्षण के दौरान पीएस ने दिशा-निर्देश दिए

Rajgarh

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ब्यावरा.
प्याज खरीदी को लेकर जिलेभर में आ रही भंडारणऔर परिवहन की दिक्कत के बाद रविवार को पीएचई के प्रमुख सचिव मनोज गोविल ने निरीक्षण किया। नवागत कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के साथ मंडी परिसर पहुंचे पीएस ने अफसरों से कहा कि जहां जैसे जगह मिले, सरकारी बिल्डिगों में प्याज रखने की व्यवस्था करवाएं।

साथ ही उन्होंने मंडी प्रबंधन को सख्त हिदायत दी है कि हर हाल में प्याज की खरीदी रुकना नहीं चाहिए। इस दौरान पीएस ने किसानों की समस्याएं भी सुनीं। किसानों ने कहा कि हम चार-चार, पांच-पांच दिन से यहां रुके हुए हैं लेकिन प्याज तुलाई के लिए बारी का इंतजार कर रहे हैं। जब बारी आती है तो या तो हमें बाहर कर दिया जाता है या तोलने से सीधे मना कर देते हैं। इस पर अधिकारियों ने कहा कि जगह के अभाव में ऐसा मजबूरन करना पड़ता है।

इस पर पीएस ने किसानों को आश्वस्त कि या कि सभी की प्याज खरीदी जाएगी, तौली जाएगी। किसी तरह से परेशान होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने संबंधित अफसरों से व्यवस्थाएं सुचारू करने के दिशा-निर्देश दिए। निजी गोडाउन को हायर करने के साथ ही ऐसे सरकारी भवन जो फिलहाल काम नहीं आ रहे हों उनमें प्याज रखवाने की व्यवस्था करवाएं। इससे पहले पीएस ने नरसिंहगढ़ खरीदी केंद्र का दौरा किया और राजगढ़ के लिए रवाना हो गए, फिर वहां से सारंगपुर खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ डीएमओ राखी रघुवंशी, प्रभारी एसडीएम कमलेश भार्गव, तहसीलदार अमितासिंह तोमर सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी, राजस्व टीम के सदस्य मौजूद रहे।

पूरी तरह से गोडाउनों में भंडारण पर निर्भर हो चुकी प्याज खरीदी में अभी तक तीसरी रेक की अनुमति नहीं मिल पाई है। अभी भी 80 हजार क्वींटल से अधिक प्याज जिले में भंडारण के लिएबची हुई है। रेक लगने से काफी आसानी हो जाती। डीएमओ द्वारा दो रेक की मांग की गई है लेकिन अभी तक उसकी स्वीकृति नहीं मिली। उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले थोड़ी देर के लिए हुई बारिश से ही काफी नुकसान किसानों को हुआ था। यदि दोबारा बारिश हुई तो प्याज सडऩे की स्थिति बनेगी।

कुछ निजी गोडाउन भी हमने हायर किए हैं, साथ ही सरकारी बिल्डिंगों में प्याज रखवाने की व्यवस्था पहले ही कर चुके हैं। कोशिश यह की जा रही है कि कैसे भी प्याज खरीदी रुके न। आगे भी खरीदी जैसे-जैसे जगह होती जाएगी जारी रहेगी। -राखी रघुवंशी, डीएमओ, राजगढ़
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