परेशान हुए लोग
तेज गर्मी के बीच जहां तपती धूप में मृतक के परिजन सडक़ पर धरना दे रहे थे, वहीं इस रास्ते से गुजरने वाले यात्री भी इस प्रदर्शन के कारण खासे परेशान हुए। क्योंकि काफ ी समय तक तो लोगों ने अपने वाहन फि र चाहे कार बाइक या फिर बस क्यों ना हो सभी खड़े रखें। लेकिन जब बात नहीं बनी तो अन्य रास्तों का सहारा लिया क्योंकि परिजन रास्ते से बिल्कुल भी हटने को तैयार नहीं थे।
क्या था मामला
परिजनों का आरोप है कि शनिवार 26 मार्च को बावड़ीखेड़ा शराब ठेके पर किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। शराब ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा मृतक मानसिंह गोस्वामी के साथ मारपीट की गई थी। जिसे गंभीर रूप से घायल गोस्वामी को इलाज के लिए आरोग्य हॉस्पिटल शुजालपुर में भर्ती किया गया था। वही हालत में सुधार नहीं होने के बाद भोपाल हमीदिया रेफर किया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी। हालांकि विवाद के समय का कोई प्रत्यक्षदर्शी सामने नहीं आया। मरने के बाद हुए पोस्टमार्टम के बाद थाने के सामने शव रखकर पुलिस थाने का घेराव किया गया था। पुलिस प्रशासन पर कार्यवाही नहीं करने का आरोप लगाए थे।
तेज गर्मी के बीच जहां तपती धूप में मृतक के परिजन सडक़ पर धरना दे रहे थे, वहीं इस रास्ते से गुजरने वाले यात्री भी इस प्रदर्शन के कारण खासे परेशान हुए। क्योंकि काफ ी समय तक तो लोगों ने अपने वाहन फि र चाहे कार बाइक या फिर बस क्यों ना हो सभी खड़े रखें। लेकिन जब बात नहीं बनी तो अन्य रास्तों का सहारा लिया क्योंकि परिजन रास्ते से बिल्कुल भी हटने को तैयार नहीं थे।
क्या था मामला
परिजनों का आरोप है कि शनिवार 26 मार्च को बावड़ीखेड़ा शराब ठेके पर किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। शराब ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा मृतक मानसिंह गोस्वामी के साथ मारपीट की गई थी। जिसे गंभीर रूप से घायल गोस्वामी को इलाज के लिए आरोग्य हॉस्पिटल शुजालपुर में भर्ती किया गया था। वही हालत में सुधार नहीं होने के बाद भोपाल हमीदिया रेफर किया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी। हालांकि विवाद के समय का कोई प्रत्यक्षदर्शी सामने नहीं आया। मरने के बाद हुए पोस्टमार्टम के बाद थाने के सामने शव रखकर पुलिस थाने का घेराव किया गया था। पुलिस प्रशासन पर कार्यवाही नहीं करने का आरोप लगाए थे।
वर्जन। शराब ठेकेदार के लोगों ने मारपीट की थी, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया था और इलाज के बाद उसकी जान चली गई। पुलिस ने पहले भी आरोपियों को बचाने के प्रयास किया और अब भी वही कर रही है। हमें यदि एफआईआर नहीं मिलती तो भले ही हमारी जान चली जाए लेकिन हम सडक़ से नहीं हटेंगे। पुलिस चाहे तो हम पर भी मामला दर्ज कर दे।
घनश्याम गोस्वामी मृतक के परिजन
घनश्याम गोस्वामी मृतक के परिजन
समझाने का प्रयास किया जा रहा है जब तक पीएम रिपोर्ट नहीं आती तब तक कैसे किसी पर कार्रवाई की जा सकती है, कोई परिजन समझने को तैयार नहीं है। इसी कारण मैं खुद भी यहां उनके बीच पहुंचा हूं। पीएम रिपोर्ट आने के बाद सभी साक्षों के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
मनकामना प्रसाद एडिशनल एसपी राजगढ़
मनकामना प्रसाद एडिशनल एसपी राजगढ़