तीन प्रत्याशी थे मैदान में, सबसे आगे रहा पप्पू
पप्पू सर्वाधिक 491 मतों से विजयी रहे। अभी तक के आंकड़ों के अनुसार ये सबसे ज्यादा मत हैं। अधिकारियों का कहना है कि दो से तीन हजार वोटों वाली ग्राम पंचायतों में 10 से 12 प्रत्याशी रहे तो कहीं आठ से 10 रहते हैं। ऐसे में इतने बड़े अंतर से जीतना मुश्किल है। अभी तक की गिनती और आंकड़ों के मुताबिक परसूलिया पंचायत में वोटों की संख्या काफी ज्यादा है। जिससे जीतने वाला सरपंच पप्पू है।
गांव के लोग बोले- लड़ो हम साथ हैं, तब तैयार हुआ पप्पू
विजेता पप्पू बताते हैं कि मुझे गांव के सभी लोगों ने कहा तब जाकर तैयार हुआ। उन्होंने कहा कि तुमसे बेहतर ईमानदार, सेवाभावी और विनम्र कोई नहीं है। इसी आधार पर पप्पू तैयार हुआ और मैदान में आया। फॉर्म डालकर उसने सहज भाव से प्रचार शुरू किया और मतदान के दिन भी सभी से आशीवार्द लिया। परिणाम स्वरूप उसे बड़ी जीत मिली।
पप्पू सर्वाधिक 491 मतों से विजयी रहे। अभी तक के आंकड़ों के अनुसार ये सबसे ज्यादा मत हैं। अधिकारियों का कहना है कि दो से तीन हजार वोटों वाली ग्राम पंचायतों में 10 से 12 प्रत्याशी रहे तो कहीं आठ से 10 रहते हैं। ऐसे में इतने बड़े अंतर से जीतना मुश्किल है। अभी तक की गिनती और आंकड़ों के मुताबिक परसूलिया पंचायत में वोटों की संख्या काफी ज्यादा है। जिससे जीतने वाला सरपंच पप्पू है।
गांव के लोग बोले- लड़ो हम साथ हैं, तब तैयार हुआ पप्पू
विजेता पप्पू बताते हैं कि मुझे गांव के सभी लोगों ने कहा तब जाकर तैयार हुआ। उन्होंने कहा कि तुमसे बेहतर ईमानदार, सेवाभावी और विनम्र कोई नहीं है। इसी आधार पर पप्पू तैयार हुआ और मैदान में आया। फॉर्म डालकर उसने सहज भाव से प्रचार शुरू किया और मतदान के दिन भी सभी से आशीवार्द लिया। परिणाम स्वरूप उसे बड़ी जीत मिली।
10वीं पास पप्पू के घर में माता-पिता, पत्नी और चार बच्चे हैं। उनमें एक बेटा और तीन बेटियां हैं। 39 वर्षीय पप्पू ने सभी का दिल जीत लिया। इस चुनाव में उन्हें कोई खर्च नहीं करना पड़ा। यह भी माना जा रहा है कि यह पहली पंचायत होगी जहां के प्रत्याशी का एक रुपया भी चुनाव में खर्च नहीं हुआ है। लोगों ने उसे भरोसा दिया और उसी आधार पर चुनाव लड़ाई।
गांव की बेहतरी के लिए 100 प्रतिशत दूंगा: पप्पू
मेरी पारिवारिक पृष्ठभूमि से हम शुरू से ही सेवा करते आए हैं। अभी भी भगवान रूपी मतादाता ने जो आशीर्वाद दिया है उसका कर्ज जरूर चुकाऊंगा। सेवा कार्य करता रहूंगा। मेरा सौभाग्य होगा कि मैं किसी के काम आ पाऊं, किसी का काम कर दूं। गांव की बेहतरी और विकास के लिए अपना 100 प्रतिशत दूंगा।
-पप्पू मेहतर (वाल्मीकि), नव-निर्वाचित सरपंच, ग्राम पंचायत परसूलिया