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COVID-19 UPDATE : खतरा अभी टला नहीं है… आई तो दूसरी से भी ज्यादा खतरनाक होगी तीसरी लहर!

locationराजगढ़Published: Jun 20, 2021 06:51:51 pm

फिर से डरिए : डेल्टा वेरिएंट के केस भोपाल और शिवपुरी में भीं, चिंता सभी जगह बढ़ी विशेषज्ञों का दावा- ज्यादा नुकसानप्रद होगी तीसरी लहर, हमारे पास इंतजाम नाकाफी, बच्चों के लिए तो और भी कम

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ब्यावरा.महाराष्ट्र और प्रदेश के बड़े शहरों इंदौर-भोपाल व अब शिवपुरी में भी कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट (corona delta variant) की पुष्टि होने के बाद अब फिर से कोरोना को लेकर चिंता सताने लगी है। अनलॉक में काम-धंधों को लेकर दी गई छूट भी जान की दुश्मन बनती नजर आ रही है। माना जा रहा है कि इस अनदेखी से हम खतरे में पड़ सकते हैं।
दरअसल, कोरोना (corona) संक्रमण को लेकर खतरा अभी टला नहीं है। विशेषज्ञों ने दावा किया है कि अगले सात से आठ सप्ताह में तीसरी लहर दस्तक दे सकती है। यह कहा जा रहा है कि अगर तीसरी लहर आ गई तो यह दूसरी से भी ज्यादा खतरनाक साबित होगी। वायरस ने एक बार फिर से अपना स्वभाव बदला है, म्यूटेशन के कारण यह और भी ज्यादा मजबूती के साथ प्रहार कर रहा है। ऐसे में अभी से सावधान रहने की अत्यधिक जरूरत है। डॉक्टर्स, प्रशासन और अन्य तमाम जानकार इसे लेकर काफी चिंतित हैं। अब यही माना जा रहा है कि आपकी खुद की सतर्कता ही आपको इस खतरे से बचा सकती है।
हमारे पास इंजताम नाकाफी, दूसरी लहर का भयावह रूप न भूलें?
तीसरी लहर से डरने की जरूरत इसलिए भी है कि हमारे पास इंतजाम नाकाफी है। शासन स्तर पर जितने संसाधन और सुविधाएं मुहैया करवाए गए हैं उन्हीं से काम चलाना पड़ रहा है। दूसरी लहर की भयावह रूप को भूला नहीं जा सकता। जीवन के लिए जरूरी ऑक्सीजन भी मरीजों को नहीं मिल पाई थी। लोग तड़प-तड़पकर और घुट-घुटकर मर गए। अभी भी कोई क्रांतिकारी परिवर्तन या सुविधा नहीं आई है। यदि हालात बिगड़े तो हमारे पास संभलने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है।
कोशिश करें की अभी भी जरूरी होने पर ही बाहर जाएं
डॉक्टर्स और विशेषज्ञ बताते हैं कि हमें जीवनशैली बदलना होगी। हम पुराने जीवन को अब नहीं अपना सकते। कोशिश करें कि अभी वर्तमान दौर में भी तभी घर से बाहर निकलें जब बेहद जरूरी हो। बेहद जरूरी होने पर ही बाहर निकलें। परिवार के लोगों को चाहिए कि वे जिम्मेदारी बांट लें, जरूरी काम से सिर्फ एक ही व्यक्ति बाहर जाए। अन्यथा न सिर्फ हम खुद बल्कि परिवार को भी खतरे में डाल देंगे। हमारा संयम ही हमें बचाएगा, अन्यथा खतरा कैसे भी आ सकता है।
ऑक्सीजन प्लांट के भरोसे व्यवस्थाएं, बाकी बच्चों के लिए कुछ नहीं
हमारे पास तीसरी लहर से लडऩे के लिए सिर्फ नये बनाए जा रहे ऑक्सीजन प्लांट और प्रशासनिक स्तर की तैयारियां मात्र ही हैं। बाकी अन्य आईसीयू वार्ड व अन्य इमरजेंसी व्यवस्था नहीं है। यानि खतरा उतना ही है जितना दूसरी लहर के दौरान था। बाकी बच्चों के लिए भी हमारे पास अन्य कोई इंतजाम नहीं है। छोटे बच्चों के लिए महज एक आईसीयू एसीएसयू वार्ड में है। बाकी सामान्य बेड वाले वार्ड ही हैं जिनमें बच्चों को रखने की योजना है।
जीवन का हिस्सा बनाएं ये सावधानियां
वायरस लगातार म्यूटेशन कर रहा है। हमें हर्ड इम्यूनिटी की जिले में उम्मीद थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं। वायरस मल्टीप्लाई होता जा रहा है, जिससे और भी खतरनाक हो रहा है। ऐसे में हमारी सावधानियां ही हमें बचा सकती हैं, इन्हें जीवन का हिस्सा बना लेने की बेहद जरूरत है।
-डॉ. योगेश दांगी, एमडी मेडिसीन, जिला अस्पताल, राजगढ़
हर स्तर की तैयारी में प्रशासन, लेकिन सावधानी जरूरी
प्रशासनिक स्तर पर तमाम इंतजाम किए जा रहे हैं, जल्द ही ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा। बच्चों के लिए भी जो जरूरी संसाधन हैं उनकी मांग की गई है। हर स्तर पर हमारी तैयारी जारी है लेकिन इतना ही जरूरत हम सभी को सावधान भी रहने की है।
-नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर, राजगढ़

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