जहां कॉलोनी काटी गई वहां के पीछे के जमीन वाले ५८ वर्षीय हबगस लोधा निवासी लोधीपुरा और उनके बेटे दयाराम सहित अन्य इसलिए परेशान हैं कि उन्हें वहां से रास्ता नहीं मिल दिया जा रहा। इसी से तंग आकर वे दो साल से सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं। पटवारी, आरआई, तहसीलदार, एसडीएम और कलेक्टर सहित तमाम आला अधिकारियों से इसकी शिकायत की गई लेकिन कहीं बात नहीं बन रही।
रास्ता मांगा तो रास्ते में पटक दिए कांटे, पेड़
शिकायतकर्ता हरबगस लोधा ने बताया कि मेरी दो बीघा जमीन उक्त सरकारी जमीन से पीछे लगी हुई है। जब से इन लोगों ने कब्जा जमाया है हमारी जमीन में पहुंचने का मार्ग मुख्य रोड से बंद कर दिया गया है। जब भी हम रास्ते की मांग करते हैं और स्टे के बाद चालू करवाते हैं, तो कॉलोनी काटने वाले प्रभावी लोग बनेसिंह लोधा हमसे विवाद करते हैं साथ ही रास्ते पर कांटे, लकडिय़ां और पेड़ इत्यादि डलवा देते हैं। ये स्थिति लंबे समय से कायम है।
शिकायर्ताओं ने आरोप लगाया कि करीब सालभर पहले तहसीलदार के यहां से उक्त जमीन का मुआयना करने पर पाया गया कि यह सरकारी जमीन है। उसके बाद तहसीलदार ने बेदखली के निर्देश भी दिए लेकिन राजनीतिक हस्तेक्षेप और कब्जेधारी प्रभावी होने के चलते गिरदावर और पटवारी मौके पर जाकर बैरंग लौट आए। जानकारी के अनुसार उक्त सरकारी जमीन के पीछे हरबगस पिता रामकिशन लोधा निवासी लोधीपुरा की जमीन है। उन्होंने आरोप लगाया कि जमीन से आगे करीब दो बीघा जमीन में लोधीपुरा के ही बने सिंह पिता भंवरलाल लोधा ने करीब दो बीघा सरकारी जमीन पर कॉलोनी काट दी।
-रमेश पांडे, एसडीएम, ब्यावरा