पहले दूसरे पति को पीटा फिर महिला से हैवानियत
बताया जा रहा है कि आरोपी ने पहले अपने चार साथियों के साथ मिलकर महिला के दूसरे पति को बेरहमी से पीटा जिसके कारण वो अपनी मां के साथ भागकर खिलचीपुर आ गया। इसके बाद आरोपी जो कि महिला का पहला पति है उसने घर में अकेली महिला को पकड़कर पहले तो उसकी साड़ी उतारी और फिर गांव के बीच से पीटते हुए अपने घर ले गया। यहां पर महिला को घर के एक खंभे से बांधकर पहले पति और उसके साथियों ने महिला पर कोड़े और लाठियां बरसाईं। वो दर्द से चीखती रही, छोड़ने की मिन्नत करती रही लेकिन दरिंदों का दिल नहीं पसीजा। बाद में किसी तरह दूसरे पति ने डायल-100 पर सूचना दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और महिला को दरिंदों के चंगुल से छुड़ाया। महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पीड़िता से बताई रोंगटे खड़े करने वाली आपबीती-
‘झगड़ा’ न देने के कारण हैवानियत
महिला के साथ मारपीट की ये दिलदहला देने वाली घटना दरअसल उस झगड़ा प्रथा के कारण हुई है जिसके तहत उसे पहले पति को 12 लाख रुपए झगड़ा देना तय हुआ था। महिला के मुताबिक आरोपी पति उसके साथ मारपीट करता था इसलिए उसने करीब दो साल पहले ही उसे छोड़ दिया था और वह गांव के ही एक के साथ रहने लगी थी। इसके बदले में 12 लाख का झगड़ा भी तय हुआ था। झगड़ा प्रथा के बंद होने का हवाला देते हुए महिला ने जब झगड़ा देने से इंकार किया तो उसके साथ इस हैवानियत को अंजाम दिया गया है। वहीं इस मामले में पुलिस ने 342, 323 और 506 धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। जबकि सामूहिक रूप से महिला के साथ मारपीट की गई है। जिसमें न सिर्फ घर के लोग बल्कि अन्य रिश्तेदारों ने भी मारपीट की है। बता दें कि यह घटना करने के बाद मारपीट को अंजाम देने वाले लोग इसे सोशल मीडिया पर भी वायरल कर रहे हैं। पति की मांग है कि इस कृत्य को करने वाले और झगड़ा प्रथा को बढ़ावा देने वालों पर सख्त कार्रवाइ की जाए।
राज्य महिला आयोग अध्यक्ष शोभा ओझा ने की घटना की निंदा
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने इस घटना की घोर निंदा करते हुए कहा है कि इस मामले में सख्त एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी महिला को बांधकर गांव के बीच से पीटते हुए ले जाना और उसके बाद भी मामले को सामान्य तौर पर लिया जाना बेहद ही निंदनीय है।