स्कूल ऑफिस में बिछा ली कबड्डी की मेट, पथरीले मैदान में चोटिल हो रहे खिलाड़ी
प्रशासनिक अनदेखी : प्रतियोगिता से पहले उजागर होने लगी गांवों के स्कूलों की खामियां

ब्यावरा.आगामी दो दिनों में गांवों में जिलास्तर की कबड्डी प्रतियोगिता शासन स्तर पर आयोजित की जाना है। लेकिन प्रतियोगिताएं होने से पहले ही गांवों के स्कूलों की खामियां उजागर होने लगी हैं। कबड्डी सहित अन्य खेल गतिविधियों के बहाने ही सही प्रशासनिक खामियां उजागर हो रही हैं। बारवां स्कूल में ऐसी ही बड़ी अनदेखी सामने आई है।
यहां कबड्डी में उपयोग आने वाली मेट को ऑफिस में बिछा लिया गया और खिलाड़ी पथरीले मैदान में खेल रहे, जिससे वे चोटिल भी हो रहे हैं। गांव की पंचायत की टीम वहां शामिल हुई, इस तरह विभिन्न जगह हुए मैच भी जमीन पर ही खेले गए, जबकि शासन स्तर पर सभी जगह खेल सामग्री मुहैया करवाई गई थी, मेट उपलब्ध होने के बावजूद ऐसी स्थिति निर्मित हो रही है। खिलाडिय़ों के उपयोग आने वाली मेट को स्कूल में देख खिलाडिय़ों ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने अंदर लगाई गई मेट को मैदान में लगाने की मांग रखी। इस पर मौजूद शिक्षकों ने कहा कि यह कबड्डी की मेट नहीं है। ये कुश्ती की है... यह बॉस्केटबॉल की है। शिक्षकों को यही नहीं पता चला कि आखिरकार यह मेट किसकी है और क्या काम आती है?
घायल हुए खिलाड़ी, फस्र्ट एड की भी सुविधा नहीं
जमीन पर बनाए कबड्डी मैदान पर पत्थर भी ढंग से साफ नहीं किए गए। कई खिलाडिय़ों को चोटें आई हैं, लेकिन वहां फस्र्ड एड बॉक्स (प्राथमिक उपचार) की भी व्यवस्था तक नहीं थी। कबड्डी कोच राम भील ने बताया कि खिलाड़ी लगातार अभ्यास कर रहे व मेट के अभाव में सर्दी, गर्मी और बारिश हर मौसम में खुले आसमान तले मिट्टी में ही अभ्यास करने पर मजबूर हैं। आए दिन अभ्यास के दौरान उन्हें चोट आती है, इसका प्रभाव उनके प्रदर्शन पर भी पड़ रह ाहै। कभी खिलाडिय़ों को प्रैक्टिस के लिए मेट नहीं मिलती तो कभी प्रतियोगिता के लिए भी नहीं मिल पाती।
मैं संबंधित शिक्षकों से बात करता हूं
मैं स्कूल के संबंधित शिक्षकों से बात करता हूं, छात्रों व खिलाडिय़ों की उपयोगी वस्तु का दुरुपयोग नहीं किया जा सकता। प्रतियोगिता शासन स्तर पर होना है जो कि पूरी तरह से पारदर्शी रहेगी।
-जे. पी. यादव, बीईओ, ब्यावरा
अब पाइए अपने शहर ( Rajgarh News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज