scriptराजगढ़ में स्टॉफ की कमी, इसलिए घर जाने के बजाए कोरोना ड्यूटी पर जोर, यहीं रहकर मनाएंगे ईद | Lack of staff in Rajgarh, so instead of going home | Patrika News

राजगढ़ में स्टॉफ की कमी, इसलिए घर जाने के बजाए कोरोना ड्यूटी पर जोर, यहीं रहकर मनाएंगे ईद

locationराजगढ़Published: May 24, 2020 07:38:15 pm

ईद आज… घर जाने के बजाए ड्यूटी पर जोरमलावर सेक्टर में कार्यरत महिला डॉक्टर के माता-पिता, भाई भोपाल में, पहली बार अकेले यहीं मना रहीं ईदईद से ज्यादा ड्यूटी जरूरी, प्रोटोकॉल फॉलो करते हुए यहीं दे रहीं सेवा, सीएमओ भी पूरे रमजान ड्यूटी पर डटे रहे

,,ईद आज... घर जाने के बजाए ड्यूटी पर जोर

राजगढ़ में स्टॉफ की कमी, इसलिए घर जाने के बजाए कोरोना ड्यूटी पर जोर, यहीं रहकर मनाएंगे ईद,राजगढ़ में स्टॉफ की कमी, इसलिए घर जाने के बजाए कोरोना ड्यूटी पर जोर, यहीं रहकर मनाएंगे ईद,ब्यावरा.लॉक डॉउन 1.0 से ही कोविड-19 के प्रोटोकॉल को फॉलो करती हुई स्क्रीनिंग में डॉ. सबा लगी हुई हैं।

ब्यावरा.कोरोना वॉरियर्स के तौर पर तैनात कोरोना कर्मवीर हमारे लिए कोरोना संकट के साथी बने हुए हैं, जो अपनों से दूर, त्योहारों पर भी अपनी ड्यूटी देने में जुटे हैं। ऐसे ही संकट के साथी ब्यावरा में भी बनें हुए हैं जो रमजान का पवित्र त्योहार यहीं मनाएंगे।
मलावर क्षेत्र में कोविड-19 का काम संभाल रहीं मेडिकल ऑफिसर डॉ. सबा अंजुम भोपाल के नेहरू नगर में रहने वाली हैं। हर दिन स्क्रीनिंग और पूरा प्रोटोकॉल फॉलो करने वालीं डॉ. अंजुम बताती हैं कि माता-पिता, भाई-भाभी भोपाल रहते हैं। हर बार साथ में ईद मनाते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने ही मना कर दिया। भोपाल हॉट स्पॉट बना हुआ है, ऐसे में वहां जा पाना खतरे से खाली नहीं है। वहीं, राजगढ़ जिले में स्टॉफ की भी कमी है, ऐसे में यहां काम छोड़कर प्रोटोकॉल तोडऩा भी ठीक नहीं लगा। संकट के इस काल में हमारा पहला धर्म ड्यूटी करना है। यहीं से वीडियो कॉलिंग के माध्यम से हम एक-दूसरे को ईद की बधाई देंगे। जहां तक नमाज की बात है तो यहां से की गई दुआ भी खुदा कबूल कर ही लेंगे। सेवा के साथ हम दुआ फरमाएंगे कि देश में हालात सुधरे।
परिवार से दिन हर दिन का रोजा ड्यूटी में बीता
45 डिग्री तापमान में हर दिन रोजा रखकर ड्यूटी करने वाले ब्यावरा सीएमओ इकरार अहमद ने भी अपने काम को प्राथमिकता दी। वे हर दिन रोजा रखते थे और रात में रोजा खोलते थे, इस बीच नमाज पढऩे के साथ ही ड्यूटी को भी समय देते थे। कोविड-१९ के प्रोटोकॉल को भी पूरा फॉलो किया और ड्यूटी की। श्री अहमद बताते हैं कि बेहद बुरे दौर से हमारा वतन गुजर रहा है। हम सभी की यही इच्छा, कामना है कि जल्द से जल्द हालात सुधरे। त्योहार आते रहेंगे, हम मनाते भी रहेंगे लेकिन जब तक हालात नहीं सुधरते हमें सावधानी रखना होगी, सतर्क रहना होगा। इस विपत्ति वाले दौर में हमारा ड्यूटी धर्म ही सर्वोपरि है। सीएमओ की पत्नी और दो बच्चे, वालिद साहब (पिता) राघौगढ़ में हैं। उनसे दूर रहकर उन्होंने पूरे पवित्र रमजान माह में अकेले रहकर रोजे पूरे किए।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो